नयी दिल्ली :दिल्ली पुलिस की तीसरी बटालियन में तैनात दो सिपाहियों ने किंग्जवे कैंप स्थित न्यू पुलिस लाइन में युवती के साथ दुष्कर्म का प्रयास किया. मामले की जांच के बाद दिल्ली पुलिस आयुक्त के निर्देश पर दोनों आरोपी अमित तोमर व गुरजिंदर सिंह को तत्काल प्रभाव से नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है. दोनों वर्ष 1990 में सिपाही के पद पर भर्ती हुआ था. गुरजिंदर पर वर्ष 2009 में एक सिपाही की हत्या का भी आरोप है.
स्पेशल कमिश्नर दीपक मिश्रा ने बताया कि यह वारदात शनिवार शाम की है. दिल्ली पुलिस की तीसरी बटालियन में तैनात कॉन्स्टेबल अमित तोमर ड्यूटी पर था. शाम को उसे विकासपुरी पुलिस लाइंस के नजदीक 13-14 साल की तीन लड़कियां घूमती नजर आईं. तीनों सड़क पर कचरा बीन रही थीं. आरोप है कि अमित ने एक लड़की से बात कर उससे कहा कि अगर वह उसके साथ चले तो वह उसे पैसे देगा. लड़कियां तैयार हो गईं.
अमित तीनों लड़कियों को गाड़ी में बिठाकर नॉर्थ दिल्ली में किंग्स्वे कैम्प ले आया. यहां पुलिस कॉलोनी में उसका दोस्त गुरजिंदर सिंह का सरकारी घर है. गुरजिंदर भी अमित के साथ दिल्ली पुलिस की तीसरी बटालियन में तैनात है. दोनों ने 13-13 साल की दो लड़कियों एक कमरे में बंद कर दिया और 14 साल की लड़की को दूसरे कमरे में ले गए. दोनों जब जबर्दस्ती करने लगे तो लड़की रोने लगी.
उसका शोर सुनकर उसकी दोनों सहेलियों ने शोर मचा दिया. लड़कियों की आवाजें एक पडोसी ने सुन ली. उसने 100 नंबर पर कॉल कर दी. पुलिस ने आकर दोनों सिपाहियों को दबोच लिया. स्पेशल कमिश्नर मिश्रा ने बताया कि दोनों सिपाहियों के खिलाफ आईपीसी के सेक्शन 354बी और पोक्सो के तहत केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. दोनों को नौकरी से डिसमिस कर दिया गया है.