देहरादून: उत्तराखंड में बाढ़ के समय बचाव अभियान में अपनी जान गंवा देने वाले सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि देते हुए मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने कहा कि शहीद सैनिकों का कार्य अनुपम रहा. बहुगुणा ने कल नई दिल्ली में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के नौवें स्थापना दिवस पर एक कार्यक्रम में जून में उत्तराखंड में जो आपदा आयी थी वह अप्रत्याशित थी और सुरक्षाबलों का बचाव प्रयास अनुपम रहा.
आज यहां जारी एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य ने जो बचाव अभियान चलाया था, वह अपने तरह का सबसे बड़ा वायु (हेलीकॉप्टर द्वारा) बचाव अभियान था जहां 65 हेलीकॉप्टर इस कार्य में लगाए गए थे. उन्होंने कहा कि अदम्य साहस का परिचय देते हुए राष्ट्रीय आपदा कार्रवाई बल, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस और भारतीय वायुसेना के कर्मियों ने उंचाई एवं दुर्गम क्षेत्रों में फंसे 1.5 लाख लोगों को प्रतिकूल मौसम एवं भौगोलिक स्थिति के बावजूद बताया.
बचाव अभियान के दौरान शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि देते हुए बहुगुणा ने कहा कि राज्य और देश उनके प्रति आभारी हैं.केदार घाटी में गौरीकुंड के समीप वायुसेना के हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से 19 लोगों की मौत हो गयी थी जिनमें राष्ट्रीय आपदा कार्रवाई बल, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस और भारतीय वायुसेना के कर्मी थे.
बहुगुणा ने कहा कि इस आपदा से पर्यटन क्षेत्र को बहुत बड़ा झटका लगा है और उसे बहाल करने की योजना बनाई जा रही है. उन्होंने उत्तराखंड समेत हिमालयी क्षेत्र में भूस्खलन उपशमन कार्यक्रम का भी सुझाव दिया ताकि इतनी बड़ी आपदा रोकी जा सके.