चेन्नई: साल 2011 में भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी के यात्रा मार्ग में पाइप बम लगाने और भाजपा तथा संघ परिवार के नेताओं की हाल ही में हत्या के मामलों में दो मुख्य संदिग्धों को आज 12 घंटे से अधिक समय तक चले संघर्ष के बाद आंध्र प्रदेश के पुथूर से एक घर से गिरफ्तार कर लिया गया.
तमिलनाडु के डीजीपी के. रामनुजम ने बताया, ‘‘पन्ना इस्माइल और बिलाल मलिक को गिरफ्तार कर लिया गया है.’’ इसके साथ ही तमिलनाडु पुलिस की अपराध शाखा सीआईडी ने मामले में अब तक चार में से तीन संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया है. कल गिरफ्तार किये गये फखरद्दीन नामक शख्स की जानकारी पर पुलिस ने तड़के 3 बजे के आसपास यहां से करीब 120 किलोमीटर दूर आंध्र प्रदेश के पुथूर में एक घर को घेर लिया.
पुलिस और संदिग्धों के बीच गोलीबारी होने से इलाके में तनाव फैल गया. रामानुजम के अनुसार आरोपियों के हमले में एक पुलिस निरीक्षक जख्मी हो गया. डीजीपी ने कहा, ‘‘पुलिस को अपने बचाव में गोलीबारी शुरु करनी पड़ी.एक प्रमुख संदिग्ध पन्ना इस्माइल घायल हो गया.’’ घायल पुलिस निरीक्षक को यहां श्री रामचंद्र मेडिकल अस्पताल के न्यूरो आईसीयू में भर्ती कराया गया है. अस्पताल सूत्रों के अनुसार उनकी हालत गंभीर लेकिन स्थिर है.
समझा जाता है कि ये संदिग्ध उग्रवादी भाजपा और संघ परिवार के नेताओं की तमिलनाडु में हाल ही में हुई हत्या की घटनाओं में शामिल थे.
ऑक्टोपस (आर्गनाइजेशन टू काउंटर टेरॅरिस्ट ऑपरेशन्स ओसीटीओपीयूएस) बल को आंध्रप्रदेश और तमिलनाडु पुलिस की मदद करने के लिए मौके पर भेजा गया है. ऑक्टोपस आंध्रप्रदेश का आतंकवाद निरोधक संगठन है.चित्तूर के पुलिस अधीक्षक क्रांति राणा टाटा तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौके पर स्थिति की निगरानी कर रहे हैं.
तमिलनाडु पुलिस भाजपा की राज्य इकाई के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ऑडिटर रमेश और हिंदू मुन्नानी नेता वेलैयप्पन की हत्या के मामले की जांच कर रही है. उसने मामले में चार संदिग्धों को पकड़ने के प्रयास तेज कर दिये हैं और उनके बारे में सूचना देने वाले को 5 लाख रुपये का नगद इनाम देने की घोषणा करते हुए एक लाख पोस्टर छपवाए हैं.
चारों संदिग्ध पुलिस फकरुद्दीन, बिलाल मलिक, पन्ना इस्माइल और अबू बकर सिद्दिकी मदुरै जिले के तिरुमंगलम में भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी की यात्रा के मार्ग में पाइप बम लगाने के सिलसिले में भी वांछित हैं.
साल 2011 में आडवाणी पाइप बम मामले और हाल में भाजपा और संघ परिवार इकाई के नेताओं की हत्या के महत्वपूर्ण संदिग्ध पुलिस फखरुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया गया है.डीजीपी के रामानुजम ने कहा कि उसे तमिलनाडु पुलिस की विशेष जांच संभाग ने गिरफ्तार किया.
इसके अलावा फरार संदिग्ध के बारे में बताया जाता है कि वह पिछले साल अप्रैल में बेंगलूर में भाजपा कार्यालय के बाहर बम विस्फोट और कुछ अन्य मामलों में भी शामिल था.
पुलिस ने बताया कि आंध्र प्रदेश-तमिलनाडु सीमा पर पुथूर में एक घर में मुठभेड़ चल रही है. इन लोगों पर कई मामलों में शामिल होने का संदेह है.घटना के बारे में पूछे जाने पर डीजीपी ने कहा कि वह सूचना का इंतजार कर रहे हैं.
सीबी-सीआईडी पुलिस की एसआईडी भाजपा की प्रदेश इकाई के वरिष्ठ पदाधिकारी आडिटर रमेश और हिंदू मुन्नानी नेता वेल्लैयप्पन की हत्या की जांच कर रही है. उसने हाल में मामले में चार संदिग्धों का पता लगाने के प्रयासों को तेज कर दिया और एक लाख पोस्टर प्रिंट किए जिसमें उनमें से प्रत्येक के बारे में सूचना देने पर पांच-पांच लाख रुपये के नकद इनाम की घोषणा की.
चार संदिग्ध हैं- पुलिस फखरुद्ददीन, बिलाल मलिक, पन्ना इस्माइल और अबु बाकर सिद्दीक भी मदुरै जिले में तिरुमंगलम के निकट भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी के यात्रा के मार्ग में पाइप बम रखने के मामले में वांछित हैं.
मुख्यमंत्री जयललिता ने सलेम और वेल्लूर में हाल में क्रमश: रमेश और वेल्लैयप्पन की हत्या में शामिल अपराधियों को पकड़ने के लिए एसआईडी का गठन करने का आदेश दिया था.