नयी दिल्ली: राष्ट्रीय तकनीकी अनुसंधान संगठन ने आज कहा कि देश में साइबर सुरक्षा मानकों को लागू करने के मामले में निजी कम्प्यूटर और डाटा के अन्य निजी उपयोगकर्ता ‘कमजोर कड़ी’ हैं.एनटीआरओ के प्रमुख ए जी आप्टे ने यहां एक सम्मेलन में कहा कि कम्प्यूटर और साइबरस्पेस एप्लीकेशंस को उपभोक्ताओं के लिए आसान बनाए जाने की जरुरत है और उपभोक्ता पर ‘केवल प्रतिबंध’ लगाने से नकारात्मक असर पड़ सकता है क्योंकि उपयोगकर्ता इसके बाद फायरवाल प्रक्रिया का इस्तेमाल बंद कर सकता है और इससे उस पर आसानी से हैकिंग जैसे हमले किए जा सकते हैं.
उन्होंने दो दिवसीय ‘सिक्योर सिटीज 2013’ सम्मेलन में ‘ भारत के महत्वपूर्ण साइबर सुरक्षा ढांचे की सुरक्षा’ पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘ निजी कम्प्यूटर इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ता एक कमजोर कड़ी हैं. हमें इस पर ध्यान केंद्रित करने की जरुरत है. पीसी के उपयोगकर्ता इस बात से अनजान होते हैं कि जब वे अपने काम के लिए कम्प्यूटर का इस्तेमाल करते हैं तो वे समझौते (निजी डाटा) के लिए भी द्वार खोल रहे हैं.’’ उन्होंने कहा कि इस तरह साइबर हमले का खतरा सीधा कम्प्यूटर में पहुंचता है. उपभोक्ता की मशीन को (स्पैम, मालवेयर और हैकिंग हमलों से) सुरक्षित रखना जरुरी है.