गुवाहाटी : जादू टोना करने के संदिग्ध लोगों पर हमले के मद्देनजर असम सरकार विधानसभा के अगले सत्र में अंधविश्वास विरोधी कानून लाने पर विचार कर रही है. मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने हाल में घोषणा की कि राज्य सरकार, जादू टोना जैसे अंधविश्वास के खात्मे के लिए कानून लागू करने पर विचार कर रही है. उन्होंने कहा, ‘‘असम के कोकराझार और जोरहाट जिलों में ऐसे मामलों में वृद्धि हुई है जहां जादू टोना करने के संदिग्ध लोगों को मारा जा रहा है.’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि बुराई के उन्मूलन के लिए नया कानून लागू करने के अतिरिक्त सरकार एक जागरुकता अभियान चलाएगी.
पिछले एक दशक में ही असम में अंधविश्वास से प्रेरित लोगों द्वारा अपनाई जा रही विभिन्न सामाजिक बुराइयों के परिणामस्वरुप करीब 100 लोग मारे जा चुके हैं. राज्य के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने पहल का स्वागत किया है, लेकिन कहा है कि यदि कानून मजबूत नहीं हुआ तो इसका हश्र भी बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ की तरह होगा जहां इस तरह के कानून मौजूद हैं.असम राज्य महिला आयोग कई बार राज्य सरकार से अंधविश्वास संबंधी अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए तत्काल कानून लागू करने का आग्रह कर चुका है. आयोग की अध्यक्ष मीरा बरुच ने कहा, ‘‘डायन होने या काले जादू के शक में खासकर महिलाओं के खिलाफ हिंसा से जुड़ी घटनाएं काफी बढ़ रही हैं.’’