नयी दिल्ली : इंडियन मुजाहिदीनके आतंकी यासीन भटकल ने एनआईए की कस्टडी में यह बात कबूल कर ली है कि वह भारत में हुए बम धमाकों में शामिल था.
उसने बताया कि बिहार का दरभंगा और मधुबनी जिला आतंकी गतिविधियों के लिए जबसे ज्यादा उपयोग में लाया जाता रहा है. भटकल ने भी दरभंगा में काफी वक्त बिताया है. 2007 से 2010 के बीच बिहार में रहकर भटकल ने आतंकी गतिविधियों को अंजाम दिया. जांच एजेंसियों ने भी माना है कि भटकल के बारे में उन्हें जो जानकारी है वह यहीबताती है कि वह अधिकांश समय बिहार के आसपास ही रहता था.
भटकल ने कस्टडी में बताया कि उसने अपने मुहिम से बिहार के काफी युवाओं को जोड़ा पर दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि उनमें जेहाद के नाम पर उत्साह नहीं देखने को मिला. भटकल ने देश के विभिन्न हिस्सों को अपना ठिकाना बनाया. बिहार में उसका पहला ठिकाना मधुबनी का बासोपट्टी था.
जहां उसने 2006 में उमर मदानी को अपने संपर्क में लिया उसके बाद वह मदानी से अपने नेपाल के ठिकाने पर हमेशा मिलता रहा. बाद में मदानी को उसने नेपाल में ही शिफ्ट कर दिया. हालांकि बाद में वह दिल्ली में गिरफ्तार कर लिया गया.
दरभंगा में रहने के दौरान भी भटकल ने काफी लोगों से अपना संपर्क बनाया. उसने दरभंगा में रहने वाले रब्बानी से संपर्क स्थपित किया. जिसने उसे ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को नेटवर्किंग बिजनेस का झांसा देकर भटकल के साथ जोडने में उसकी मदद की. दरभंगा में भटकल ने 2007 में कदम रखा था.
दरभंगा के लहेरियासराय में उसने एक नेटवर्किंग एजेंट के तौर पर अपने को लोगों के सामने पेश किया. ज्यातर मुस्लिम युवा उसके निशाने पर होते थे. गरीब युवाओं को उसने रोजगार देने का लालच देकर अपने साथ जोडने का काम किया.