नयी दिल्ली: भारत-नेपाल सीमा से गिरफ्तार इंडियन मुजाहिदीन का आतंकवादी यासीन भटकल बेहद कुशाग्र बुद्धि का है और अपने उद्देश्य के प्रति उसमें जबर्दस्त उत्साह और प्रतिबद्धता है. यह बात वर्षों से उसपर नजर रख रहे जांच अधिकारियों ने कही है.
एक पुलिस अधिकारी के अनुसार तकरीबन 19 वर्ष की उम्र में भटकल उर्फ मोहम्मद अहमद सिद्धिबप्पा निठल्ला बैठा रहता था और उत्तरी कर्नाटक के भटकल शहर में अंजुमन इंजीनियरिंग कॉलेज में अक्सर जाता था. अधिकारी ने बताया, अक्तूबर-नवंबर 2002 में यात्र के दौरान उसने पुस्तकालय में मुस्लिमों के अधिकारों पर मौलाना शीश का व्याख्यान सुना. वह शीश के विचारों से बेहद प्रभावित हुआ और कॉलेज के नजदीक उनकी इत्र की दुकान पर उनसे अक्सर मिलने लगा. सूत्रों ने बताया कि उसी दौरान भटकल यूनानी दवा चिकित्सक इकबाल इस्माइल शाहबंदरी से अपने भाई रियाज इस्माइल शाहबंदरी :इकबाल भटकल के नाम से लोकप्रिय: और रियाज भटकल के साथ उनके संपर्क में आया. इकबाल और रियाज भटकल के बारे में माना जाता है कि वे कराची में छिपे हैं.
उन्होंने बताया कि यासीन बेहद कुशाग्र बुद्धि का है और उसमें अपने उद्देश्यों के प्रति जबर्दस्त उत्साह और प्रतिबद्धता है.नेपाल, बांग्लादेश और पाकिस्तान समेत कई मुल्कों में पांच से अधिक वर्षों तक फरार रहने के दौरान 30 वर्षीय यासीन 2003 में फसीह मोहम्मद से भी मिला.मोहम्मद उसी कॉलेज में इंजीनियरिंग का छात्र था और भटकल उससे हॉस्टल में मिला करता था.