नयी दिल्ली : सभी राजनीतिक दलों ने मुंबई में 23 वर्षीय फोटो पत्रकार के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना पर आज गहरा रोष व्यक्त किया.घटना की निंदा करते हुए कानून मंत्री कपिल सिब्बल ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा कि हम महिलाओं और बच्चों को असुरक्षा में नहीं रहने दे सकते. हमें अवश्य ही यह सुनिश्चित करना होगा कि महिलाओं पर होने वाले ऐसे हमलों से अत्यंत गंभीर ढंग से निपटा जाए.
लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा, दिल्ली में 23 दिसंबर (2012) की सामूहिक बलात्कार घटना के कुछ दिन बाद ही संसद में एक नया कानून का प्रस्ताव किया गया था. मुझे उम्मीद है कि इस (मुंबई) मामले में अब वह कानून लागू होगा. भाजपा की नजमा हेपतुल्ला ने भी घटना की निंदा करते हुए कहा कि देश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गयी है. लोगों के मन में कानून का कोई डर नहीं है क्योंकि ऐसे अपराध करने के बाद वे दंडित नहीं होते. बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों को देश में ऐसे अपराधों को रोकने के लिए कदम उठाने चाहिए.
उन्होंने कहा कि जब तक केंद्र और राज्य सरकारें कोई ठोस कदम नहीं उठातीं, इस तरह की घटनाओं को रोकना मुश्किल होगा. जनता को जागरुकता अभियान में शामिल करने के लिए सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों को भी आगे आना चाहिए. ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए हर तरफ से प्रयास होने चाहिए.