नयी दिल्ली:कोयला ब्लॉक आवंटन में अनियमितताओं की जांच कर रही सीबीआई की रिपोर्ट में सरकार के कथित हस्तक्षेप को लेकर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के इस्तीफे और कानून मंत्री अश्वनी कुमार की बर्खास्तगी की मांग पर विपक्ष के हंगामे के कारण राज्यसभा की बैठक लगातार तीसरे नहीं चल सकी. हंगामे और नारेबाजी के कारण सदन की बैठक दो बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे पूरे दिन के लिए स्थगित करनी पडी. उधर लोकसभा की कार्यवाही तृणमूल कांग्रेस सदस्य अंबिका बनर्जी के निधन के कारण कल तक के लिए स्थगित की गयी.
उच्च सदन में हंगामे के कारण लगातार तीसरे दिन प्रश्नकाल नहीं हो सका. बैठक शुरु होने पर सभापति हामिद अंसारी ने जैसे ही प्रश्नकाल का ऐलान किया, राजग सदस्यों ने कोयला ब्लॉक आवंटन में अनियमितताओं की जांच कर रही सीबीआई की रिपोर्ट में सरकार के कथित हस्तक्षेप का मुद्दा उठाया. सभापति ने सदस्यों से प्रश्नकाल चलने देने को कहा लेकिन भाजपा सदस्य प्रधानमंत्री की इस्तीफे की मांग करते हुए नारे लगाने लगे. इसी दौरान सपा सदस्य चीन की सेना द्वारा भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ के मुद्दे पर नारे लगाने लगे. वाम सदस्य पश्चिम बंगाल में हुए करोड़ों रुपये के चिट फंड घोटाले के बारे में पोस्टर लिए खड़े थे. द्रमुक सदस्य भी कुछ कह रहे थे लेकिन हंगामे के कारण उनकी बात सुनाई नहीं दे सकी. लोकसभा में सुबह कार्यवाही शुरु होने पर अध्यक्ष मीरा कुमार ने सदन को बनर्जी के निधन की जानकारी दी.
अध्यक्ष ने सदन को पूर्व सांसद सी कुप्पूस्वामी के निधन के बारे में भी जानकारी दी. सदस्यों ने कुछ पल मौन रखकर बनर्जी और कुप्पूस्वामी को श्रद्धांजलि दी. इसके बाद अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी. राज्यसभा में अंसारी ने सदस्यों से अपने अपने मुद्दे शून्यकाल में उठाने को कहा लेकिन भाजपा और सपा सदस्य आसन के समक्ष आकर नारेबाजी करने लगे. हंगामा थमते न देख सभापति ने बैठक मध्याहन बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी. बैठक दोबारा शुरु होने पर भी वही नजारा दिखा और अपनी मांग पर अडे भाजपा सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के सामने आ गये.कुछ कांग्रेस सदस्य भाजपा सदस्यों के विरोध पर आपत्ति जताते देखे गए. उधर अगप के सदस्य भी कोई मुद्दा उठाते देखे गए. अन्नाद्रमुक व वाम दल के सदस्य भी अपने स्थानों पर खड़े होकर कुछ मुद्दे उठाते हुए देखे गए. हंगामे के बीच ही उप सभापति पी जे कुरियन ने आवश्यक दस्तावेज सदन पटल पर रखवाए. उन्होंने कहा कि एक विधेयक भी सदन में पेश किया जाना है लेकिन हंगामे के कारण वह पेश नहीं हो पाएगा. हंगामा थमते नहीं देख उन्होंने बैठक दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी.दोपहर दो बजे बैठक शुरु होने पर भाजपा सदस्यों के हंगामे के बीच ही गृह राज्यमंत्री आर पी एन सिंह ने बेंगलूर में 17 अप्रैल को हुए बम विस्फोट के संबंध में सदन के पटल पर एक बयान रखा. इसके बाद कुरियन ने महिला उत्पीड़न के मुद्दे पर सोमवार को अधूरी रह गयी चर्चा आगे बढ़ाने को कहा. लेकिन हंगामे के कारण चर्चा शुरु नहीं हो सकी. हंगामा थमते न देख अंतत: उन्होंने बैठक पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी. गौरतलब है कि बजट सत्र के 22 अप्रैल से शुरु दूसरे चरण में उच्च सदन की कार्यवाही लगातार बाधित हो रही है. सोमवार को भोजनावकाश के बाद महिलाओं के उत्पीड़न के मुद्दे पर चर्चा अवश्य हुई थी लेकिन यह पूरी नहीं हो पायी.