नयी दिल्ली: जम्मू कश्मीर के पुंछ सेक्टर में छह अगस्त को पांच भारतीय सैनिकों की हत्या के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराते हुए भारत ने आज कहा कि उसके संयंम को हल्के तौर पर नहीं लिया जाना चाहिए और नियंत्रण रेखा पर हुए घटनाक्रम का असर पड़ोसी देश के साथ संबंधों पर पड़ेगा.रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने राज्यसभा में अपनी ओर से दिए एक बयान में कहा कि नियंत्रण रेखा पर 6 अगस्त की घटना से हम सभी आहत हैं. उन्होंने कहा कि घटना के बाद सेनाध्यक्ष ने उस क्षेत्र का दौरा किया और ब्यौरों की जानकारी ली.
एंटनी ने कहा ‘अब यह स्पष्ट है कि पाकिस्तानी सेना का विशेष सैन्य दल इस हमले में शामिल था. पाक अधिकृत कश्मीर से एक समूह ने नियंत्रण रेखा पार की और हमारे बहादुर जवानों की हत्या कर दी. ’ उन्होंने कहा ‘हम सभी जानते हैं कि पाकिस्तानी सेना के समर्थन, सहायता और सुविधा मुहैया कराए बिना तथा प्राय: उनकी प्रत्यक्ष भागीदारी के बिना पाकिस्तानी पक्ष की ओर से कुछ भी नहीं होता है.’ उन्होंने कहा ‘इस त्रासदी और साल के शुरु में दो सैनिकों की निर्मम हत्या के लिए पाकिस्तान में बैठे जिम्मेदार लोगों को सजा मिलनी चाहिए.
पाकिस्तान को आतंकवादी नेटवर्क, संगठनों और आतंकी ढांचे को ध्वस्त करने के लिए प्रतिबद्ध कार्रवाई करनी चाहिए और नवंबर 2008 में हुए मुंबई आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को शीघ्र सजा दिलाने के बारे में अपनी प्रतिबद्धता दिखानी चाहिए. ’ रक्षा मंत्री ने कहा ‘स्वाभाविक रुप से इस घटना से नियंत्रण रेखा पर हमारे व्यवहार और पाकिस्तान के साथ हमारे संबंधों पर प्रभाव पड़ेगा. हमारे संयंम को हल्के ढंग से नहीं लिया जाए और न ही हमारे सशस्त्र सेनाओं की क्षमता एवं नियंत्रण रेखा की गरिमा बनाए रखने के सरकार के संकल्प पर कभी संदेह किया जाना चाहिए.