नयी दिल्ली: सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा के कथित संदेहास्पद भूमि सौदों को लेकर उठा विवाद आज संसद में छाया रहा और भाजपा के आक्रामक रुख के कारण दोनों ही सदनों की कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पडी.
लोकसभा में वाड्रा मुद्दे पर ध्यान आकर्षित करने के लिए भाजपा सदस्यों ने कांग्रेस का हाथ दामाद के साथ और सोनिया का हाथ, दामाद के साथ जैसे नारे लगाये. जवाब में सत्त्ताधारी पार्टी के सदस्यों ने कांग्रेस का हाथ, जनता के साथ, सोनिया का हाथ गरीब के साथ के नारे लगाये.
वाड्रा को आडे हाथ लेते हुए भाजपा के यशवंत सिन्हा ने कहा कि कई ऐसे बिजनेस स्कूल हैं जो धन कमाने के माडेल सुझाते हैं लेकिन एक उच्च संपर्क वाला व्यक्ति है, जो ऐसे किसी स्कूल नहीं गया बल्कि उसने ऐसा माडेल दिया, जहां कोई निवेश नहीं किया जाता और हजारों करोड रुपये की कमाई हो जाती है.
वैसे दोनों ही सदनों में तेलंगाना सहित अन्य मुद्दे भी उठे और तेदेपा सदस्यों ने आसन के सामने आकर आंध्र प्रदेश को बचाओ, लोकतंत्र बचाओ के नारे लगाये. वे ऐसे ही नारे लिखी शर्ट भी पहने थे. लेकिन वाड्रा मुद्दा सब पर हावी रहा.
लोकसभा की बैठक शुरु होते ही पूर्व सदस्य डीपी यादव के निधन पर सदन ने शोक व्यक्त किया. उसके तुरंत बाद विभिन्न पार्टियों के सदस्य अपने स्थानों पर खडे होकर अलग अलग मुद्दे उठाने लगे. वाम दलों ने केरल के सौर घोटाले को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा जबकि कुछ अन्य सदस्य जम्मू के किश्तवाड और कुछ अन्य इलाकों में हिंसा को लेकर चिन्ता व्यक्त करते देखे गये.
राज्यसभा में भी कमोवेश यही नजारा रहा. मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने वाड्रा मुद्दे पर सदन की कार्यवाही नहीं चलने दी और सुबह बैठक शुरु होने के कुछ ही मिनट में मध्याहन 12 बजे तक स्थगित करनी पडी.
भाजपा सदस्यों ने सत्ता पक्ष के खिलाफ नारेबाजी की तो कांग्रेस सदस्यों ने उसका प्रतिवाद किया. इस बीच सभापति हामिद अंसारी की इस टिप्पणी से हंगामा और तेज हो गया कि क्या सदस्य सदन को अव्यवस्थाओं का महासंघ बनाना चाहते हैं.
भाजपा सदस्य नारेबाजी करते हुए वाड्रा मुद्दे की जांच और सरकार से उस पर जवाब मांग रहे थे. सत्तापक्ष के सदस्य भी अपनी जगह खडे होकर जवाबी नारेबाजी करते देखे गये. अंसारी ने कहा कि नियमावली के हर एक नियम और हर एक शिष्टाचार का उल्लंघन हो रहा है. यदि माननीय सदस्य सदन को अव्यवस्थाओं का महासंघबनाना चाहते हैं तो अलग बात हैं. उसके बाद उन्होंने बैठक मध्याहन 12 बजे तक स्थगित कर दी.
सदन की बैठक दोबारा शुरु होने पर शोरगुल और नारेबाजी जारी रही. भाजपा के राजीव प्रताप रुडी ने वाड्रा मुद्दा उठाने के लिए दिये गये शून्य काल के नोटिस पर आसन का नजरिया जानना चाहा.
उन्होंने कहा कि घोटाला हुआ है. इसने देश को हिलाकर रख दिया है. इसमें ऐसे लोग शामिल हैं, जो बहुत महत्वपूर्ण हैं. रुडी की बात का उनकी पार्टी के सांसदों ने समर्थन किया. रुडी अपनी बात कह ही रहे थे कि कांग्रेस सदस्य अपनी जगह पर खडे होकर भाजपा के नारों के जवाब में नारेबाजी करने लगे. इससे सदन की बैठक दोपहर दो बजे तक स्थगित करनी पडी.
लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान ही किश्तवाड में हिंसा, केरल के सौर घोटाले और वाड्रा मुद्दे सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा और भारी हंगामा शुरु हो गया. निचले सदन में कांग्रेस सदस्यों ने भाजपा नेता यशवंत सिन्हा की वाड्रा के खिलाफ की गयी टिप्पणी का विरोध किया. कांग्रेस के संजय निरुपम आसन के सामने आकर सिन्हा के आरोप का प्रतिवाद करते देखे गये.
संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ और संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव शुक्ल अपनी जगह पर खडे होकर विरोध जताते देखे गये. भाजपा सदस्यों ने उनकी बात का प्रतिवाद किया. स्थिति संभलते न देख अध्यक्ष मीरा कुमार ने बैठक मध्याह्न 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी. बैठक दोबारा शुरु होने पर नारेबाजी और जवाबी नारेबाजी जारी रही.
किश्तवाड हिंसा पर बोलने के लिए अध्यक्ष द्वारा आमंत्रित किये जाने वाले भाजपा के योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जम्मू कश्मीर में सरकार अलगाववादियों के खतरे से जागी नहीं. वाम दलों ने सौर घोटाले की न्यायिक जांच कराने तथा केरल के मुख्यमंत्री ओमान चांडी के इस्तीफे की मांग की.
कांग्रेस सदस्यों ने इस मुद्दे पर वाम दलों के सदस्यों का प्रतिवाद किया. राज्यसभा में वाड्रा मुद्दे को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक हुई. भाजपा सदस्य लगातार यही मांग करते नजर आये कि वाड्रा भूमि सौदों को लेकर चर्चा करायी जाए.