श्रीनगर: भाजपा द्वारा किश्तवाड़ में जारी सांप्रदायिक हिंसा से निपटने को लेकर जम्मू-कश्मीर सरकार की आलोचना करने पर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा को यह याद करना चाहिए कि वह 2002 के गुजरात दंगों से कैसे निपटी थी.
उमर ने कहा, ‘‘दंगों में दुर्भाग्यपूर्ण रुप से एक हिन्दू और दो मुस्लिमों समेत तीन लोग मारे गए, मेरे मंत्री ने इस्तीफा दे दिया और हम न्यायिक जांच करा रहे हैं. क्या भाजपा 2002 के दंगों को लेकर अपनी प्रतिक्रिया के बारे में बता सकती है?’’अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘क्या (अरुण) जेटली संसद को बता सकते हैं कि 2002 में गुजरात के (तत्कालीन) गृह मंत्री या गृह राज्य मंत्री ने इस्तीफा दिया या इसकी पेशकश की.’’
उमर ने भाजपा नेताओं को ‘पाखंडी’ करार देते हुए कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने राज्य में दंगों पर काबू करने के लिए सेना को बुलाने में कई दिन लगा दिए और अब तक इसके लिए माफी भी नहीं मांगी है. उमर ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘हां यह सही है, वह ऐसा कर नहीं सकते थे क्योंकि प्रधानमंत्री पद के उनके स्टार दावेदार ने सेना को बुलाने में कई दिन लगा दिए और अब तक माफी भी नहीं मांगी. पाखंडी.’’ भाजपा ने कल अपने नेता अरुण जेटली को हिंसाग्रस्त किश्तवाड़ का दौरा ना करने देने के लिए जम्मू हवाईअड्डे पर रोकने को ‘अलोकतांत्रिक’’ कहा और राज्य सरकार पर दंगों के पीछे की सच्चाई को सामने आने से रोकने का आरोप लगाया था.