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पेट्रोलियम मंत्रालय जासूसी कांड मामले में पांच और गिरफ्तार, कई कंपनियों के बड़े अधिकारी शामिल
नयी दिल्ली : गोपनीय सरकारी दस्तावेजों को निजी कंपनियों को लीक करने के आरोप में पुलिस ने आज पांच और लोगों कोगिरफ्तारकियाहै. इससे पहले सात लोगों को गिरफ्तार किया गया था. इसमें कई कंपनियों के बड़े अधिकारी शामिल है. केयर्न्स इंडिया के के नायक, एस्सार के विनय कुमार, रिलायन्स के शैलेस सक्सेना, ADAG के ऋषि […]
नयी दिल्ली : गोपनीय सरकारी दस्तावेजों को निजी कंपनियों को लीक करने के आरोप में पुलिस ने आज पांच और लोगों कोगिरफ्तारकियाहै. इससे पहले सात लोगों को गिरफ्तार किया गया था. इसमें कई कंपनियों के बड़े अधिकारी शामिल है. केयर्न्स इंडिया के के नायक, एस्सार के विनय कुमार, रिलायन्स के शैलेस सक्सेना, ADAG के ऋषि आनंद और जुबीलैंट एनर्जी के सुभाष चंद्रा जैसेबड़े अधिकारियोंकोगिरफ्तार किया गया है.कार्रवाई के बाद गिरफ्तार होने वाले लोगों की संख्या 12 हो गई है.
गौरतलब है कि जासूसी कांड मामले में इससे पहले भी सात गिरफ्तारी हो चुकी है. पेट्रोलियम मंत्रालय के दो कर्मचारियों सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया था.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘हमने इस मामले में प्रयास जैन और शांतनु सैकिया को गिरफ्तार किया है. दोनों उर्जा कंसल्टेंट हैं जिन्हें चोरी किया गया दस्तावेज मिला.’’ सैकिया एक पूर्व पत्रकार हैं, जो पेट्रोलियम मुद्दे पर एक वेब पोर्टल चलाते हैं और उनका दफ्तर डिफेंस कॉलोनी में हैं. जैन पटेल नगर में अपना कंसल्टंसी कंपनी चलाते हैं. दोनों को दोपहर में अदालत में पेश किया जाएगा. कनॉट प्लेस में एक नामी भवन सहित कई ठिकानों पर छापा मारा गया जहां माना जाता है कि एक अग्रणी निजी पेट्रोलियम कंपनी का कार्यालय है. माना जा रहा है कि यह आरआईएल का कार्यालय है.
अस्सी के दशक के मध्य में जासूसी के एक मामले की याद दिलाने वाले इस प्रकरण में स्वतंत्र उर्जा सलाहकार का दावा करने वाले कुछ पत्रकारों और कुछ पेट्रो कंपनियों के कर्मचारियों को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लेने की खबर है. इससे राजनीतिक एवं कारपोरेट हलकों में सनसनी फैल गई है. दिल्ली पुलिस आयुक्त बी एस बस्सी ने कहा कि एक गुप्त सूचना के आधार पर कदम उठाया गया. 17 फरवरी को शास्त्री भवन में दो लोग अपने दो सहयोगियों के साथ पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के दफ्तरों में घुसकर सरकारी दस्तावेज निकालने में संलिप्त थे.
उन्होंने बताया, ‘‘एक जाल बिछाया गया और तीन लोग एक इंडिगो कार में शास्त्री भवन आए. दो लोग नीचे उतरे और भीतर चले गए जबकि तीसरा कार में बैठा रहा. करीब दो घंटे बाद दोनों लोग कार में घुसे तो तीनों लोगों को पकड लिया गया.’’ उनकी पहचान लालता प्रसाद (36), राकेश कुमार (30) और राज कुमार चौबे (39) के तौर पर हुयी है. उनके पास से सरकारी दस्तावेज प्राप्त किया गया. रिलायंस इंडस्टरीज ने कहा है कि कंपनी के संज्ञान में आया है कि कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने एक कर्मचारी को हिरासत में लिया है.
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