मुंबई: महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने आज शहरी क्षेत्रों पर दृष्टिकोण पत्र जारी करते हुए कहा कि यह मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण के तहत आने वाले शहरी विकास विकास के खिलाफ दोषारोपण नहीं है.दस्तावेज को जारी करते हुए एमपीसीसी अध्यक्ष माणिक राव ठाकरे ने कहा कि यह दस्तावेज शहरी क्षेत्र में बुनियादी ढांचे मसलन सड़कों, जल आपूर्ति और स्वच्छता से संबंधित मुद्दों का उल्लेख किया गया है.
इस दृष्टिकोण पत्र में महाराष्ट्र के शहरी क्षेत्रों की समस्याओं का जिक्र करते हुए कहा गया है कि 50 फीसदी क्षेत्रों में एक महीने के दौरान 15 दिनों से कम पानी की आपूर्ति होती है.
नेहरु 1980 के दशक की शुरुआत में राजनीति में कदम रखने से पहले कारपोरेट जगत में सफल पारी खेल रहे थे. साल 1984 में राजीव गांधी के प्रधानमंत्री बनने पर नेहरु उनके निकट सलाहकार और आंतरिक सुरक्षा राज्य मंत्री थे. बाद में वह राजीव गांधी से अलग हो गए.
सीबीआई ने नेहरु पर आरोप लगाया था कि 1988 में राज्य मंत्री रहते हुए उन्होंने चेकोस्लोवाकिया के साथ पिस्तौल समझौते पर सरकारी खजाने को चपत लगाई. उच्चतम न्यायालय ने हाल ही में इस मामले में कार्यवाही पर रोक लगाई.
नेहरु ने लखनउ स्थित ला मार्टीनियर ब्वॉयज कॉलेज से पढ़ाई की. 20 साल की उम्र में उन्होंने कारपोरेट जगत में करियर की शुरुआत की. वह 17 साल तक कारपोरेट जगत में रहे और फिर इंदिरा गांधी के कहने पर राजनीति में आए. राजनीति में कदम रखते समय नेहरु जेनसन एंड निकोलसन समूह के अध्यक्ष थे. नेहरु को बीते कई दशक से करीब से जानने वाले लॉर्ड स्वराज पॉल ने उनके निधन पर शोक जताया है.
पॉल ने कहा, वह एक अनोखे इंसान थे. दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदना उनके परिवार के साथ है. जनता दल–यू के नेता शरद यादव ने अरुण नेहरु को राजनीतिक परिपक्वता वाला नेता बताया जिन्होंने जनता दल सरकार के गठन में अहम भूमिका निभाई.