श्रीनगर, नयी दिल्ली: सीबीआई ने इशरत जहां की फर्जी मुठभेड़ के दौरान मारे गए जीशान जौहर और अमजद अली राणा की वास्तविक पहचान को लेकर विश्वसनीय सूचना देने वाले के लिए पांच लाख रुपये के पुरस्कार का ऐलान किया गया है.
सीबीआई प्रवक्ता धारिनी मिश्र ने नई दिल्ली में कहा, जौहर और राणा को लेकर विश्वसनीय जानकारी देने पर हमने पांच लाख रुपये के पुरस्कार का ऐलान किया है. इस सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान गुप्त रखी जाएगी.
जांच एजेंसी ने जौहर और राणा की तस्वीरों के साथ जम्मू–कश्मीर के उर्दू अखबारों में विज्ञापन प्रकाशित कराया है. ये दोनों साल 2004 में अहमदाबाद में गुजरात पुलिस के हाथों इशरत के साथ मारे गए थे. इस मुठभेड़ को फर्जी बताया गया है.
विज्ञापन में कहा गया है, तस्वीरों में दिख रहे दोनों व्यक्तियों के अहमदाबाद में 15 जून, 2004 को मुठभेड़ में मारे जाने की बात कही गई है. सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है. जो इन दोनों के बारे में ठोस जानकारी देगा, उसे पांच लाख रुपये का ईनाम दिया जाएगा. गुजरात पुलिस ने प्राथमिकी में दावा किया है कि जौहर और राणा पाकिस्तानी नागरिक थे जो भारत में कुछ विशिष्ठ व्यक्तियों की हत्या के मकसद से आए थे.