ठाणे (महाराष्ट्र) : भारी बारिश की वजह से शहर के बाहरी इलाके में मुम्ब्रा बाइपास पर आज सुबह करीब एक किलोमीटर क्षेत्र में सड़क धंस गयी जिससे इसे यातायात के लिए बंद कर दिया गया.
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, भारी बारिश की वजह से मुम्ब्रा बाईपास पर करीब एक किलोमीटर लंबे क्षेत्र में बड़े गड्ढे बन गए हैं और यह बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है. ऐहतियात के तौर पर इसे यातायात के लिए बंद कर दिया गया है. बायपास को बंद किए जाने से शहर के अंदरुनी हिस्सों में सड़कों पर जाम लग गया है.
मुंबई में आज सुबह से कई जगह पर बारिश हो रही है. मुंबई वालों को चेतावनी जारी कर कहा गया है कि अगले तीन दिनों तक सावधान रहने की जरूरत है. मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार तक मुंबई में तेज बारिश के साथ हाई टाइड की संभावना है. वहीं आज सुबह से हो रही बारिश की वजह से जगह-जगह पानी जमा हो गया है.
मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले तीन दिनों तक तेज बारिश के साथ-साथ समंदर में ऊंची लहरें भी उठेंगी. बीएमसी ने चेतावनी जारी कहा है कि जब तक जरूरी नहीं हो लोग घरों से नहीं निकलें. वेस्ट्रन लाइन में लोकल 20-30 मिनट की देरी से चल रही है. हार्बर लाइन पूरी तरह से ठप है. कई इलाकों में पानी भर गया है.
वहीं मंगलवार को मुंबई दिनभर बारिश की वजह से बेहाल रही. चेंबूर जैसे निचले इलाकों में पानी घरों में घुस गया. सोमवार से जारी बारिश की वजह से मंगलवार को भी मुंबई के लोग परेशान ही नजर आए. हार्बर लाइन पर बेलापुर जाने वाली ट्रेन अचानक रोक दी गई. पटरियों पर पानी होने की वजह से मुसाफिर घंटों ट्रेन में फंसे रहे. कई लोकल ट्रेनें 15 से 20 मिनट की देरी से चलीं तो
विमानों की उड़ानों में भी 20 मिनट तक की देरी हुई.
मौसम विभाग की माने तो ये मुसीबत जस की तस रहने वाली है. क्योंकि अगले चार दिन तेज बारिश के साथ हाई टाइड की आशंका है. शुक्रवार तक समुद्र में 4.5 मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं.
हाई टाइड के दौरान 69 मिली मीटर बारिश हुई तो शहर की सड़कें तालाब जैसी दिख सकती हैं. मौसम विभाग की भविष्यवाणी के बाद सरकार की तरफ से फिर बयानों की बारिश हो रही है.
लोगों के गुस्से को देखते हुए एमएनएस पार्षद ने तीन इंजीनियरों को उनके ही केबिन में बंधक बना लिया. सड़कों पर गड्ढों के लिए इंजीनियरों को कसूरवार ठहराया गया. इसके बाद मुंबई के मेयर सुनील प्रभु ने सड़कों के गड्ढों को 48 घंटे में भरने के निर्देश दिए.
गड्ढों के जिम्मेदार अफसरों पर बारिश के बाद कार्रवाई का भरोसा दिया. इस भरोसे के बाद इंजीनियरों को तो रिहा कर दिया गया,लेकिन हर साल बारिश के बाद होने वाली परेशानी से मुंबई के लोगों को कब मुक्ति मिलेगी? इसका दावा कोई नहीं कर रहा.