नयी दिल्ली : गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कांग्रेस के नेता शकील अहमद के उस विवादास्पद ट्वीट पर कोई टिप्पणी करने से इंकार कर दिया जिसमें कहा गया है कि इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) का गठन गुजरात के दंगों के बाद हुआ. शिंदे ने जहां अहमद के ट्वीट पर कोई टिप्पणी नहीं की वहीं, गृह राज्य मंत्री आरपीएन सिंह ने ऐसे किसी ट्वीट की जानकारी होने से इंकार किया.सिंह ने कहा, ‘‘शकील अहमद को खुद जवाब देना चाहिए. मैं नहीं जानता कि उन्होंने क्या कहा है और मैंने उनका ट्वीट नहीं पढ़ा है.’’
कांग्रेस ने अहमद की टिप्पणी से अपने को पहले ही अलग करते हुए कहा है कि वह पार्टी की लाइन नहीं है. पार्टी के महासचिव अहमद की उस टिप्पणी से विवाद पैदा हो गया है जिसमें उन्होंने कहा है कि गुजरात दंगों के कारण आतंकी संगठन आई एम बना. उनकी इस टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया हुई और भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह वोट बैंक की राजनीति के चलते साम्प्रदायिक कार्ड खेल रही है.
अहमद ने ट्वीट किया है, ‘‘एनआईए के आरोप पत्र में कहा गया है कि इंडियन मुजाहिदीन का गठन गुजरात दंगों के बाद हुआ. अब भी भाजपा और आरएसएस साम्प्रदायिक राजनीति से बाज नहीं आएंगे.’’भाजपा ने इस टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया करते हुए इसे ‘‘मूखर्तापूर्ण’’ और ‘‘निंदनीय’’ बताया. उसने कहा कि ऐसे संगठनों से पाकिस्तान के संपर्क जग जाहिर हैं. उसने आरोप लगाया कि कांग्रेस दरअसल राजनीतिक परिदृश्य को साम्प्रदायिक बनाने का प्रयास कर रही है और ऐसा करते हुए वह राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रही है.