इंदौर: मध्यप्रदेश विधानसभा में 11 जुलाई को सत्ता पक्ष के खिलाफ पेश अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के बगैर सदन को अनिश्चितकाल के लिये स्थगित किये जाने को लेकर भड़की कांग्रेस ने सत्तारुढ़ भाजपा पर हमले तेज कर दिये हैं.
विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता अजय सिंह ने आज यहां अविश्वास सभा के रुप में समानांतर सदन के नाटकीय प्रदर्शन के दौरान कहा, अविश्वास प्रस्ताव में हमारी ओर से उठाये गये मुद्दों से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विचलित थे. उनमें सदन के भीतर इस प्रस्ताव का सामना करने की हिम्मत नहीं थी. उन्होंने कहा, अविश्वास प्रस्ताव में मुख्यमंत्री, उनकी पत्नी साधना सिंह और उनके सगे.संबंधियों के संगीन घोटालों का जिक्र था. शिवराज नहीं चाहते थे कि ये गड़बड़ियां विधानसभा में उजागर होकर सदन की कार्यवाही में शामिल हों. सिंह ने आरोप लगाया कि नाटकीय तरीके से भाजपा के पाले में जाने वाले कांग्रेस विधायक और विपक्ष के उप नेता राकेश सिंह चतुर्वेदी के ‘इस्तेमाल’ से सत्ता पक्ष ने विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा नहीं होने दी और लोकतंत्र का हनन किया.
बाद में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान सिंह ने मध्यप्रदेश के चिकित्सा महाविद्यालयों में प्रवेश के लिये आयोजित प्री.मेडिकल टेस्ट :पीएमटी: में अंतरराज्यीय फर्जीवाडे को लेकर भी राज्य सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पीएमटी घोटाले की सीबीआई जांच की सिफारिश इसलिये नहीं कर रही है, क्योंकि इस घपले में भाजपा नेता शामिल हैं.