पणजी : गोवा के शिक्षा विभाग ने इस महीने खाद्य विषाक्तता के दो बड़े मामले सामने आने के बाद मध्याह्न भोजन योजना में कुछ बदलाव लाने का निर्णय लिया है.शिक्षा विभाग संभाल रहे मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर ने इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए अभिभावक शिक्षक एसोसिशनों, भोजन तैयार करने वाले स्वयं सहायता समूहों और संबंधित विभागों के अधिकारियों की 24 जुलाई को बैठक बुलायी है.
सूत्रों ने बताया कि अगले महीने योजना को स्वरुप बदला जाएगा. बदालवों में फल एवं घर की बनी हुई चपातियां आदि शुरु करना शामिल है जिनके विषाक्त होने की बहुत कम संभावना होती है.