जासूसी के आरोप में पाकिस्तान के कोट लखपत जेल में लंबा समय काटने के बाद पिछले साल रिहा हुए सुरजीत सिंह ने आज सरबजीत की मौत पर नाराजगी जाहिर की और कहा कि उन्होंने केंद्र सरकार को पाकिस्तानी जेलों में भारतीय कैदियों की हालत के बारे में चेताया था. पिछले साल जून में अपने पैतृक गांव लौटने वाले सुरजीत ने कहा कि केंद्र ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और सरबजीत सिंह जैसे भारतीय कैदियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रयास नहीं किया.
उन्होंने आज यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘इसका नतीजा यह हुआ कि सुनियोजित साजिश करके सरबजीत सिंह की वहां हत्या कर दी गई.’’ सुरजीत ने केंद्र से अपील की कि पाकिस्तान में भारतीय कैदियों को बचाने के लिए वहां की सरकार के सामने यह मामला उठाया जाए. पिछले साल एक घोषणा में कहा गया कि सरबजीत रिहा होंगे लेकिन बाद में पाकिस्तान सरकार ने स्पष्ट किया कि सरबजीत नहीं बल्कि अन्य भारतीय कैदी सुरजीत सिंह को रिहा किया जा रहा है.