लखनऊ:बसपा 2007 का करिश्मा 2014 के लोकसभा चुनाव में दिखाना चाहती हैं. वह भी अपने आजमाए फार्मूले दलित-ब्राह्मण गठजोड़ के सहारे. लखनऊ में रविवार को बसपा के बैनर तले रमाबाई अंबेडकर मैदान में आयोजित प्रदेश स्तरीय ब्राह्मण भाईचारा सम्मेलन में यह बात साफ हो गई. सतीश मिश्र से लेकर मायावती तक ने यह कहा कि अब बसपा को केंद्र की सत्ता पर काबिज होना है, इसके लिए इन नेताओं ने ब्राह्मण समाज से अपील की कि उन्हें गुमराह नहीं होना है और जिस तरह उन्होंने वर्ष 2007 के विधानसभा चुनाव में दलितों के साथ मिलकर बसपा को वोट किया था, उसी तरह आगामी लोकसभा चुनावों में भी उन्हें बसपा के पक्ष में मतदान करना होगा. ताकि बसपा केंद्र की सत्ता पर काबिज होकर दलित और सर्वसमाज के विकास संबंधी वह कार्य कर सके जो कांग्रेस और भाजपा आज तक नहीं कर सकी. मायावती ने जल्द ही लोकसभा चुनाव कराए जाने की संभावना भी जताई.
इस सम्मेलन में मायावती ने गुजरात के मुख्यमंत्री का नाम लिए बिना ही कहा कि वह संकीर्ण तथा प्रांतवादी सोच के व्यक्ति हैं. ऐसा व्यक्ति प्रधानमंत्री की कुर्सी के योग्य नहीं है, देश की जनता को इससे सतर्क रहना होगा. मैदान में मौजूद भारी भीड़ को यह संदेश देते हुए बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि मैं यह उम्मीद करती हूं कि आपने जो गलती पिछले विधानसभा चुनाव में की थी उसे लोकसभा चुनाव में नहीं दोहराएंगे. मायावती का दावा है कि अगड़ी जातियों का भला बसपा के नीले झंडे के नीचे ही होगा क्योंकि कांग्रेस और भाजपा अगड़ी जातियों को सिर्फ वोटबैंक समझती है. जबकि भाजपा में अगड़ी जातियों के लोगों को सरकार में हिस्सेदारी देने के साथ ही उनके हितों का ख्याल भी रखा जाता है.
रविवार को मायावती के मुख्य निशाने पर समाजवादी पार्टी थी लेकिन धर्मनिरपेक्षता के मुद्दे पर उन्होंने भारतीय जनता पार्टी तथा महंगाई के मुद्दे पर कांग्रेस को आड़े हाथ लिया. सपा पर हमला बोलते हुए मायावती ने कहा कि यूपी में चारों तरफ भय तथा आतंक का वातावरण बना है. कानून का राज समाप्त हो गया है और गुंडों तथा माफिया का राज चल रहा है. कानून-व्यवस्था ध्वस्त है. विकास के सारे काम ठप पड़े हैं. मंत्री बदले भी भावना से पूर्व मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई कराने में लगे हैं. सड़के खस्ताहाल हैं तो सूबे में बिजली गायब है. सूबे के लोग अब फिर बसपा शासन को याद कर रहे हैं. यह दावा करते हुए मायावती ने कहा कि हमने लोगों को जोड़ने का काम किया है. जिसके चलते वर्ष 2007 में पहली बार यूपी में हमारी पूर्ण बहुमत की सरकार बनी. लेकिन पिछले एसेम्बली चुनाव में सारे विरोधी दल आपस में मिल गए और उन्होंने सतीश मिश्र का कद घटाने और गैरब्राह्मण नेताओं को आगे बढ़ाने का झूठा प्रचार चला कर आपको गुमराह कर दिया. इस बार भी ऐसा ही प्रचार होगा जिससे आपको सावधान रहना है.
प्रमोशन में आरक्षण के मुद्दे पर मायावती ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा की मिलीभगत से यह बिल लोकसभा में पास नहीं हो पाया और यूपी सरकार की कमजोर पैरवी के कारण बेअसर हो गया है. ब्राह्मणों को आश्वस्त करते हुए बसपा सुप्रीमो ने कहा, जब भी हम केंद्र की सत्ता में आएंगे गरीब अगड़ी जातियों और मुसलमानों को अलग से आरक्षण जरूर देंगे. अगर आपने साथ दिया तो पार्लियामेन्ट चुनाव में यूपी से चौंकाने वाले नतीजे आएंगे. मायावती ने कहा कि सर्वसमाज के निर्माण का मार्ग बनाकर हम जल्द ही दिल्ली की कुर्सी पर काबिज होंगे. उन्होंने सम्मेलन में आए लोगों से कहा कि आप सब प्रयास करो तो हम केंद्र की सत्ता का पांच वर्ष में काया पलट कर देंगे. हम पांच वर्ष में ही वो काम कर लेंगे जो कांग्रेस तथा भाजपा बीस-बीस साल में भी नहीं कर सकीं.
मोदी संकीर्ण सोच वाले व्यक्ति बसपा प्रमुख मायावती ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी का नाम लिए बिना ही उनका निशाना साधा. मायावती ने उन्हें संकीर्ण सोच और प्रांतवादी मानसिकता वाला व्यक्ति बताया. मायावती ने कहा कि उत्तराखंड में आई आपदा के वक्त नरेन्द्र मोदी ने सिर्फ गुजरातियों की मदद करने से ही सरोकार रखा. ऐसे व्यक्ति से सावधान रहना चाहिए क्योंकि प्रांतवाद की ऐसी संकीर्ण सोच वाला व्यक्ति पूरे देश के साथ कभी न्याय नहीं कर सकता. प्रधानमंत्री की कुर्सी पर काबिज रखने वाले ऐसे व्यक्ति से लोगों को सावधान रहना होगा. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश मिश्र ने कहा, जो पार्टी भगवान राम को धोखा दे सकती है उसके लिए ब्राह्मणों को धोखा देना कौन बड़ी बात है.
।।राजेन्द्र कुमार।।