सरकार ने आज संसद में कहा कि प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, ओडिशा, झारखंड, पश्चिम बंगाल और वामंपथी उग्रवाद से प्रभावित अन्य राज्यों में नियमित प्रशिक्षण शिविर आयोजित करती है. इस साल 15 अप्रैल तक ऐसे 8 शिविर आयोजित किये गये हैं.
गृह राज्यमंत्री आरपीएन सिंह ने यशवीर सिंह और शेख सईदुल हक के प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) पार्टी दंडकारण्य वन क्षेत्र में, विशेष रुप से छत्तीसगढ़ के सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा, नारायणपुर और कांकेर जिलों तथा महाराष्ट्र के गढ़चिरोली जिले में प्रशिक्षण शिविर नियमित रुप से आयोजित करती है.
उन्होंने बताया कि इसी तरह के प्रशिक्षण शिविर ओडिशा, झारखंड और पश्चिम बंगाल सहित वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित अन्य राज्यों में भी आयोजित किये जाते हैं. उन्होंने भाकपा (माओवादी) द्वारा वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित राज्यों के जिलों में प्रशिक्षण शिविर के संबंध में जो आंकड़े दिये उनके मुताबिक वर्ष 2012 में कथित रुप से कुल 51 प्रशिक्षण आयोजित किये गये थे। इनमें से छत्तीसगढ़ में 24, झारखंड में 12, बिहार में 5, महाराष्ट्र में 2 और ओडिशा में 8 शिविर आयोजित किये गये.
आरपीएन सिंह ने बताया कि चालू वर्ष के दौरान (15 अप्रैल तक) कथित रुप से ऐसे 8 प्रशिक्षण शिविर आयोजित किये गये हैं जिनमें 5 छत्तीसगढ़ में, 2 झारखंड में और। महाराष्ट्र में आयोजित किये गये. मंत्री ने कहा कि माओवादियों के ये प्रशिक्षण शिविर नये कैडरों को प्रशिक्षण प्रदान करने, विशेष अभियानों की साजिश रचने, अपने कैडरों के बीच माओवादी विचारधारा का प्रचार प्रसार करने आदि के लिए आयोजित किये जाते हैं.