उत्तराखंड में प्रकृति के कहर से गांव के गांव तबाह हो गये हैं. हजारों लोगों की मौत हो गयी है. स्थिति इतनी विकट है कि कई गांव ऐसे हैं, जहां कोई मर्द नहीं बचा, सारी औरतें विधवा हो चुकी हैं.
प्रकृति के इस कहर से जो लोग बच गये हैं उनकी आपबीती सुनकर दिल दहल जाता है. केदारनाथ में उखीमठ के पास स्थित बामणी गांव के सारे पुरुष पूजा पाठ कराने केदारनाथ गये थे. इस आपदा के बाद वहां के सारे पुरूषों की मौत हो गयी. इस हादसे के बाद गांव की महिलाओं का बुरा हाल है. कई महिलाएं रो-रो कर बताती हैं कि उनके घर में कमाने वाले उनके पति ही थे.
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अब उनके लिए जीवन जीना काफी कठिन है. वहीं कइयों ने कहा कि उन्हें पति के साथ बेटे के शव को भी आग देना पड़ रहा है. पूरे गांव में चारों तरफ लाशें बिछी हुई है. हर घर में मातम है. आंसुओं के इस सैलाब में भले ही लोग बह ना रहे हो पर इस मंजर को देखकर दिल भर आता है. बामणी गांव में अब सिर्फ महिलाएं और लड़कियां बची है.