कोलकाता : चुनाव समर में तीसरे मोर्चे की सुगबुगाहट एक बार फिर तेज हो गयी है. इस बार कमान तृणमूल कांग्रेस की ममता बनर्जी ने संभाली है.
उन्होंने संकेत दिया है कि वे एक ऐसे फ्रंट के निर्माण पर विचार कर रहीं है, जिसमें कांग्रेस और भाजपा की भागीदारी नहीं होगी. हालांकि ममता के विरोधियों का कहना है कि यह ममता का छलावा मात्र है. वह आम जनता का ध्यान वास्तविक मुद्दों से भटकानने के लिए ऐसा कर रहीं हैं.
वहीं तृणमूल कांग्रेस के नेता सुल्तान अहमद ने कहा है कि हम उन सभी पार्टियों का स्वागत करते हैं, जो हमारे साथ जुडना चाहतीं हैं फिर चाहे वो समाजवादी पार्टी हो या बहुजन समाज पार्टी. लेकिन शर्त है कि वे यूपीए से नाता तोड लें.