मुंबई : महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का कल परिणाम आने वाला है. तमाम एक्जिट पोल में भाजपा को नंबर एक पार्टी के रूप में बताया गया है. सर्वे की मानें तो महाराष्ट्र में भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बना सकती है.इधर इस संभावना के बीच महाराष्ट्र भाजपा में अपने मुख्यमंत्री पद के लिए उम्मीदवारों की लिस्ट तैयार की जाने लगी है.
मुख्यमंत्री की दौड़ में महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष देवेंद्र फडणवीस और गोपीनाथ मुंडे की बेटी पंकजा मंडे सबसे आगे चल रही हैं. संभावना है किभाजपाइन दो नामों पर विचार कर सकती है. आइये संभावित मुख्यमंत्रियों के उम्मीदवारों पर एक नजर डालें
1. देवेंद्र फडणवीस – देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र में भाजपा के सबसे वरिष्ठ नेता में से एक हैं. पार्टी उनकी ही नेतृत्व पर विधानसभा चुनाव लड़ी है. उनमें पार्टी नेतृत्व की कौशल है. इसलिए भाजपा उनपर विचार कर सकती है. देवेंद्र महाराष्ट्र के नागपूर से एमएलए हैं. 90 के दशक में राजनीति की शुरूआत करने वाले देवेंद्र फडणवीस को नरेंद्र मोदी का करीबी समझा जाता है. साथ कि उन्होंने भाजपा के लिए बहुत काम किया है. मोदी के करीबी होने के चलते उनकी संभावना मुख्यमंत्री पद के रूप में सबसे आग बताया जा रहा है.
2. पंकजा मुंडे – पंकजा मुंडे भाजपा के पूर्व नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे की बेटी हैं. पंकजा हालांकि भाजपा के लिए कोई नयी हैं, लेकिन उनमें अनुभव की अभी कमी है. गोपीनाथ मुंडे की मृत्यु के बाद उनकी क्षवि तेजी से बदली है. पंकजा मुंडे ने 2009 में महाराष्ट्र की पर्ली निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा था. उन्हें भाजपा युवा मोर्चा का अध्यक्ष बनाया गया है. मुख्यमंत्री पद के लिए नाम सामने आने के पीछे कारण है कि इनका जनाधार एकाएक बहुत तेजी से बढ़ा है. इसके अलावे महाराष्ट्र में पूर्व सहयोगी रहे शिवसेना के साथ उनका संबंध भी अच्छा रहा है.पिता गोपीनाथ मुंडे भी भाजपा और शिवसेना के बीच एक कड़ी के रूप जाने जाते थे. अब पंकजा को भी इसी भूमिका में माना जा रहा है..
3. नितिन गडकरी – केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को भी महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री के दौड़ में शामिल किया गया है. हालांकि एक बड़ा प्रश्न है कि क्या गड़करी केंद्रीय राजनीति को छोड़कर राज्य की राजनीति में लौटना चाहेंगे. नितिन गड़करी महाराष्ट्र से ही हैं और यहां की राजनीति को करीब से जानते भी हैं. इस लिए महाराष्ट्र में भाजपा की क्षवि को आगे ले जाने में यह बड़ी भूमिका निभाने में कामयाब हो सकते हैं.
नितिन गडकरी की महाराष्ट्र की राजनीति में लौटने की वजह हो सकती है कि यह देश का दूसरा बड़ा प्रदेश है. यूपी के बाद महाराष्ट्र का ही नाम आता है. इसके अलावे इसे देश का आर्थिक राजधानी भी कहा जाता है. पार्टी को यहां से धन जुटाने में काफी सहयोग मिल सकता है.बहरहाल अब यह तक करता है कि कल होने जा रहे चुनाव परिणाम में ऊंट किस ओर करवट लेता है. भाजपा की जीत होती है तो ये सारे संभावनाएं हो सकती हैं.