चेन्नई:भारत सुपरसोनिक मिसाइल विमान विकसित करने की प्रक्रिया में है, जो हवा से लंबी दूरी के लक्ष्यों को भेद सके. डीआरडीओ के पूर्व मुख्य नियंत्रक ए शिवतनु पिल्लै ने कहा, ‘इसका जमीन पर परीक्षण करने की जरूरत होगी. आपको इसे जमीन से उड़ा कर परीक्षण करना होगा.
विमान के साथ मिसाइल का एकीकरण किया जा चुका है. इसे दिसंबर, 2014 से पहले लांच करने की योजना थी. लेकिन इसे एक साल के भीतर कर दिया जाये, यह भारत के लिए फायदेमंद होगा.’ पिल्लै ने कहा कि भारत के लिए हाइपरप्लेन भविष्य है. इस विमान में हाइड्रोजन आधारित ईंधन का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे यह ध्वनि की गति से 25 गुना ज्यादा तेजी से यात्र कर सकता है. हमने मार्क-25 के लिए हाइड्रोजन आधारित ईंधन का इस्तेमाल करने का विचार रखा है. इसकी गति 25,000 किमी प्रति घंटे की होगी.
2022 तक मिसाइल का आयात नहीं
डीआरडीओ प्रमुख अविनाश चंद्र ने प्रधानमंत्री कार्यालय को बताया है कि उसकी योजना देश को 2022 तक ‘प्रक्षेपास्त्र आयात मुक्त’ करने की है.