नयी दिल्ली: दिल्ली के एक चिडियाघर में मंगलवार दोपहर एक युवक की बाघ के हमले के कारण मौत हो गयी.सफेद बाघ ने आज एक युवक को उस समय अपना शिकार बना डाला जब वह बाघ के अहाते की बाड पर चढकर उसकी तस्वीर लेने की कोशिश करते समय दुर्घटनावश (अहाते के) अंदर गिर गया.
हालांकि अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि करीब 20 वर्षीय आयु का यह युवक अहाते में कैसे गिर गया, लेकिन चश्मदीदों ने बताया कि वह बाड पर चढने की कोशिश कर रहा था और फिसल गया. बाघ ने युवक पर कुछ मिनटों तक हमला नहीं किया, लेकिन किसी ने उसपर एक पत्थर फेंका और गार्ड ने बाड पर प्रहार करना शुरु कर दिया जिससे बाघ हिंसक हो गया.
एक चश्मदीद ने बताया, ‘‘ तब बाघ ने उसे उसकी गर्दन पकड ली और उसे घसीट कर दूर ले गया.’’ कुछ चश्मदीदों ने दावा किया कि बाघ जब युवक को घसीट कर दूर ले जा रहा था तो चिडियाघर के गार्ड उसकी मदद नहीं कर सके क्योंकि उनके पास ट्रैंक्विलाइजर बंदूकें नहीं थीं.
दिल दहलाने देने वाली इस घटना की एक चश्मदीद ने फिल्म बना ली, जिसमें बाघ युवक को गर्दन से पकडता हुआ और फिर उसे मारता हुआ दिखाई दे रहा है. पुलिस और चिडियाघर के अधिकारी घटना घटने के कई घंटों बाद तक शव को अहाते से निकालने में असमर्थ रहे. चिडियाघर के अधिकारियों ने इस वीभत्स घटना पर तुरंत प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया है.
लागों ने बताया. युवक के बाडे में फिसल जाने के बाद वह युवक सहमा हुआ था और कुछ देर तक बाघ को देखता रहा. इसी बीच बाहर खडे युवक ने उस सफेद बाघ पर पत्थर फेंक दिया. लेकिन 15 मिनट तक जद्दोजहद करने के बाद शांत रहे बाघ ने गुस्से में आकर उस युवक का गर्दन दबोच लिया. अभी तक युवक की शिनाख्त नहीं हो पायी है. बताया जाता है कि युवक 12 कक्षा का छात्र था.लोगों ने बताया कि उन्होंने आवाज देकर चिडियांघर के कर्मचाकरयों को बुलाने की कोशिश की लेकिन मौके पर कोई उपस्थित नहीं हुआ.