नयी दिल्ली: एक अध्ययन के अनुसार साल 2026 तक भारतीय वाहन उद्योग का कारोबार पांच गुना बढकर 300 अरब डालर का हो सकता है. इस दौरान वाहन बिक्री भी तीन गुना बढकर 7.6 करोड होने का अनुमान है.
इक्रा मैनेजमेंट कंसलटिंग सर्विसेज ने आटोमोटिव मिशन प्लान 2026 के लिए तैयार विजन 2026 में यह निष्कर्ष निकाला है. इसके अनुसार यात्री वाहन बिक्री बढकर 1.34 करोड इकाई सालाना हो जाएगी जो वित्त वर्ष 2013-14 में 31 लाख थी.
इस दस्तावेज के अनुसार वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री बढकर 39 लाख इकाई, दोपहिया वाहनों की बिक्री 5.55 करोड इकाई, तथा तिपहिया वाहनों की बिक्री 30 लाख इकाई हो जाएगी.
इसके अनुसार भारतीय वाहन उद्योग वित्त वर्ष 2026 तक बढकर 7.58 करोड इकाई का हो जाएगा जो वित्त वर्ष 2013-14 में 2.15 करोड इकाई था.
इसके अनुसार विजन-2026 से भारतीय वाहन उद्योग जीडीपी में लगभग 13 प्रतिशत योगदान में सक्षम होगा, वह 10 करोड अतिरिक्त रोजगार पैदा कर सकेगा और 80 अरब डालर से अधिक का निवेश आकर्षित कर सकेगा.अध्ययनके अनुसार वाहन निर्यात कारोबार 2026 तक बढकर 40 अरब डालर हो जाएगा जो वित्त वर्ष 2013-14 में 8 अरब डालर था.
इसके अनुसार आने वाले दस साल में वाहन उद्योग वैश्विक रख में व्यापक बदलाव देखने को मिलेगा और 75 प्रतिशत बढी हुई मांग ब्रिक्स व उदीयमान अर्थव्यवस्थाओं से आने की उम्मीद है.