नयी दिल्लीःयूपीएससी मामले में बोलने का मौका नहीं दिये जाने पर आरजेड़ी सांसद पप्पू यादव आज राज्यसभा में भड़क गये. पप्पू यादव ने विरोध करते हुए अखबार को फाड़कर स्पीकर की ओर फेंक दिया.
सीसैट को लेकर जारी गतिरोध के बीच आज अरविंद वर्मा कमिटी को संसद में पेश किया गया. इस मामले को लेकर संसद में जोरदार हंगामा हुआ. हंगामे के बाद राज्यसभा को कुछ देर के लिए स्थगित किया गया है.
यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में सी…सैट के मुद्दे के हल के लिए सरकार के निर्णय की मांग को लेकर कांग्रेस सहित विभिन्न विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण उच्च सदन में प्रश्नकाल नहीं हो पाया.
सदन की बैठक शुरु होने पर सभापति हामिद अंसारी ने प्रश्नकाल शुरु करने का एलान किया, लेकिन तभी कांग्रेस के प्रमोद तिवारी, जदयू के शरद यादव और सपा के नरेश अग्रवाल ने संघ लोकसेवा आयोग (यूपीएससी) की सिविल सेवा परीक्षा में सी-सैट का मुद्दा उठाया.
कार्मिक राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने आज राज्यसभा में यूपीएससी मामले में जवाब दिया. उन्होंने सदन को बताया कि इस मामले में सरकार अभी यूपीएससी के जवाब का अध्ययन कर रही है. अध्ययन के बाद ही सरकार इस मामले में फैसला ले सकती है.
Rajya Sabha adjourned twice during Question Hour after uproar over UPSC exam row.
— Press Trust of India (@PTI_News) August 1, 2014
गौरतलब हो कि अरविंद वर्मा कमिटी ने अपनी रिपोर्ट गुरुवार को सरकार को सौंप दी थी मोदी सरकार आज वर्मा कमिटी की रिपोर्ट से संसद को अवगत कराएगी.
रिपोर्ट के बारे में कार्मिक राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कुछ बताने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि चुंकि यह काफी संवेदनशील मामला है इसलिए संसद में ही रिपोर्ट के बारे में बताया जाएगा. हालांकि उन्होंने छात्रों के हित में कुछ सकारात्मक निर्णय का आश्वासन दिया.
कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के पूर्व सचिव अरविन्द वर्मा की अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय समिति का गठन इस वर्ष मार्च में किया गया था. छात्रों द्वारा सिविल सेवा परीक्षा के पैटर्न में बदलाव की मांग किए जाने के बाद समिति गठित की गयी थी.
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि अंतिम फैसला लेने से पहले सरकार रिपोर्ट का अध्ययन करेगी. उन्होंने कहा कि रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद ही 24 अगस्त को होने वाली प्रारंभिक परीक्षा की तारीख आगे बढाने के संबंध में फैसला लिया जाएगा. छात्रों की मांग है कि ग्रामीण पृष्ठभूमि से आने वालों को समान अवसर देने के लिए सीसैट के पैटर्न में बदलाव किया जाए.