नयी दिल्ली: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की जासूसी का मामला अभी थमा भी नहीं था कि राजनाथ सिंह और सुषमा स्वराज की जासूसी का मामला सामने आ गया है हालांकि इसमें सिर्फ संदेह ही व्यक्त किया है अभी इसकी पुष्टि नहीं हो पायी है.
*नितिन गडकरी जासूसी प्रकरण
गौरतलब है नितिन गडकरी के घर पर जासूसी उपकरण लगाये जाने की बात सामने आयी जिस पर नितिन गडकरी ने तो जासूसी उपकरण पाये जाने के मामले से इनकार कर दिया लेकिन कांग्रेस सहित विभिन्न राजनैतिक दलों ने जांच की मांग की है.
उधर, इस मामले को लेकर बीजेपी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने अपनी जांच रिपोर्ट पेश कर दी है. उनका कहना है कि ये बीते साल अक्तूबर के बाद नहीं हुआ हो सकता क्योंकि तब यूपीए सरकार थी.
*पहले भी हो चुकी है कई नेताओं की जासूसी
इससे पहले भी कई नेताओं की जासूसी का मामला सामने आ चुका हैजिसमें बीजेपी नेता मुरली मनोहर जोशी, अरुण जेटली,विजय गोयल, सुधांशु मित्तल जैसे कुछ अन्य नेताओं के अलावा पूर्व आपीएल कमिश्नर ललित मोदी का नाम भी शामिल है. 2005 में पूर्व सांसद अमर सिंह के फोन टैपिंग का मामला भी सामने आ चुका है.
यूपीए सरकार के रक्षा मंत्री की भी जासूसी का मामला सामने आया था. पूर्व रक्षामंत्री एके एंटनी के कार्यालय में ‘बगिंग’ यानि छिपा हुआ माइक्रोफ़ोन लगाने की खबर आई थी. हालांकि रक्षा मंत्रालय ने इस खबर का खंडन कर दिया था.