नागपुर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने गुरुवार को कहा कि माओवादियों के साथ किसी प्रकार की बातचीत नहीं होनी चाहिए, जिसने हाल में छत्तीसगढ में कांग्रेस पार्टी के नेताओं पर जानलेवा हमला किया.
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा, ‘‘यहां तक कि जंगल में रहने वाले आदिवासी भी माओवादी हिंसा से तंग आ चुके हैं.’’ रेशीमबाग मैदान में संघ के तीसरे साल के प्रशिक्षण शिविर के समापन समारोह को वह संबोधित कर रहे थे.
हथियारों से लैस माओवादियों ने छत्तीसगढ के बस्तर जिले में 25 मई को कांग्रेस नेताओं के काफिले पर हमला कर दिया था, जिसमें 27 लोग मारे गए थे. भागवत ने भारतीय क्षेत्र में चीनी घुसपैठ का मामला उठाते हुए मुद्दे से सही तरीके से निपट पाने में नाकामी पर सरकार की आलोचना की.
उन्होंने कहा, ‘‘यहां तक कि आजादी के 65 साल के बाद दुर्भाग्य से हम सीमा रेखा चिह्नित करने में नाकाम रहे हैं और इसके कारण चीनी सैनिक भारत क्षेत्र में काफी भीतर तक घुस आते हैं क्योंकि हम :सैनिक: बेबस देखते रहते हैं.’’