नयी दिल्ली : गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को भाजपा की प्रचार समिति का प्रमुख बनाने के बढ़ते कोलाहल के बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने आज कहा कि गोवा में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में ऐसी घोषणा होने की संभावना नहीं है. गोवा में 8 और 9 जून को होने वाली भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मोदी को प्रचार समिति का प्रमुख बनाने का निर्णय होने संबंधी अनुमानों पर विराम सा लगाते हुए सिन्हा ने कहा कि ऐसे निर्णय दल के संसदीय बोर्ड में किए जाते हैं.
सिन्हा ने सीएनएन-आईबीएन से बातचीत में कहा, ‘‘ऐसे निर्णय करने के लिए भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बहुत बड़ा निकाय है.. भाजपा पहले ही स्पष्ट कर चुकी है कि ऐसे मुद्दों पर संसदीय बोर्ड में निर्णय किया जाएगा.’’ उनसे सवाल किया गया था कि क्या गोवा बैठक में नेतृत्व का मुद्दा प्रमुख है. उन्होंने कहा कि संसदीय बोर्ड इस तरह के मुद्दों पर चर्चा और फैसला करने के लिए अधिकृत है. सिन्हा के अनुसार दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी में देश की आर्थिक और राजनीतिक स्थिति पर चर्चा होगी और विदेश नीति का भी संज्ञान लिया जाएगा.
इस प्रश्न पर कि 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का नेता कौन होगा, उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस प्रश्न पर अभी विचार नहीं करुंगा. जहां तक नेतृत्व का सवाल है, बिला शुब्हा हम सही वक्त पर फैसला करेंगे कि 2014 के चुनाव में हमारा नेतृत्व कौन करेगा.’’वह इस सवाल से बचते दिखे कि सबसे लोकप्रिय नेता होने के कारण क्या आम चुनाव में मोदी पार्टी का नेतृत्व करेंगे. इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘फिलहाल मैं इस बात को संसदीय बोर्ड पर छोड़ता हूं.’’
सिन्हा ने इस बात को स्वीकार किया कि भाजपा के लिए यह जरुरी है कि वह एकता दिखाए. ‘‘अगर यह धारणा बनी है या मजबूत हो रही है कि पार्टी एकजुट नहीं है तो हमें इसे दुरुस्त करने का प्रयास करना चाहिए और एकजुट होकर आगे बढ़ना चाहिए.’’खाद्य सुरक्षा विधेयक के लंबित रहने को उन्होंने कहा कि यह ‘‘त्रसदी होने की प्रतीक्षा’’करने जैसा है. उन्होंने कहा, ‘‘यह भ्रष्टाचार की बाढ़ ले आएगा और भाजपा को इस पर दृढ़ मत अपनाना चाहिए.’’ उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी पहले ही कह चुकी है कि कुछ संशोधनों के साथ वह इसे पारित कराने को तैयार है.