सावार: बांग्लादेश के सावार में आठ मंजिला इमारत राणा प्लाजा के गिरने से मरने वालों की संख्या करीब 400 तक पहुंच गई है. इस मामले में राणा प्लाजा के मालिक सोहेल राणा को देश से भागने की कोशिश करते वक्त भारत से लगे बेनापोल फ्रंटियर के पास नाटकीय रुप से गिरफ्तार किया गया.
बेनापोल में तैनात रैपिड एक्शन बटालियन :आरएबी: ने सोहेल राणा को दोपहर में गिरफ्तार किया. बेनापोल बांग्लादेश से भारत आने-जाने के 14 सड़क मार्गों में से एक है. इस तरह अब तक मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. स्थानीय प्रशासन मामलों के राज्य मंत्री जहांगीर कबीर नानक ने मीडिया को बताया, ‘‘आरएबी ने देश से भागने की कोशिश करते वक्त सोहेल राणा को बेनापोल फ्रंटियर से गिरफ्तार किया.’’ सोहेल राणा को बाद में हेलीकॉप्टर से बेनापोल से ढाका के जेसोर जिला लाया गया और उसे मीडिया के सामने पेश किया गया.
नानक ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने वादा किया था कि इसके लिए जिम्मेदार लोगों को न्याय की जद में लाया जाएगा. उन्होंने अपना वादा पूरा किया.’’ कनिष्ठ गृह मंत्री शमसुल हक तुकु ने कहा कि जिन्हें गिरफ्तार किया गया है, उनके खिलाफ सुनवायी होगी और अन्य को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा.
राणा प्लाजा में पांच कपड़ा फैक्टरियां, एक बैंक शाखा और करीब तीन सौ दुकानें थीं जिनमें हजारों कर्मचारी काम करते थे. यह भवन 24 अप्रैल को गिरा जिसमें अभी तक कम से कम 397 लोग मारे गए हैं. अधिकारियों के मुताबिक, राणा ने सुरक्षा नियमों और उचित मंजूरी को ताक पर रखकर राणा प्लाजा का निर्माण किया था.
इस बीच बचाकर्मियों ने बचाव अभियान का दूसरा चरण आज रात शुरु किया. हालांकि और जीवित लोगों के होने की उम्मीद नहीं है.बचाव अभियान के कमांडर मेजर जनरल चौधरी हसन सहरवर्दी ने यहां संवाददताओं से कहा, ‘‘हम बचाव अभियान का दूसरा चरण शुरु कर रहे हैं.’’ इस मामले में दो कपड़ा फैक्टरियों के मालिकों और सावार नगरपालिका के दो अभियंताओं को गिरफ्तार किया जा चुका है. अदालत ने इन चारों को कल पुलिस हिरासत में भेज दिया था.
सहरवर्दी ने कहा कि हादसे में अभी तक 397 लोग मारे गए हैं 2,443 लोगों को जीवित बचाया गया है.