नयी दिल्ली: भारत के 15 वें प्रधानमंत्री के रुप में नरेन्द्र मोदी का शपथ ग्रहण समारोह, अतिथियों की सूची के लिहाज से राष्ट्रपति भवन में अब तक अयोजित सबसे बडा कार्यक्रम होगा जिसमें दक्षेस देशों के नेताओं सहित 4,000 से अधिक लोग शरीक होंगे.
यह पहला अवसर है जब राष्ट्रपति भवन में इतनी अधिक संख्या में लोग जुट रहे हैं, जहां अब तक हुए सबसे बडे समारोहों, जैसे कि गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर होने वाले ‘जलपान कार्यक्रम’ में अधिकतम 1500 से 2,000 अतिथि शरीक हुए हैं. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की प्रेस सचिव ओमिता पॉल ने बताया कि 1990 में चंद्रशेखर और 1998 में अटल बिहारी वाजपेयी का शपथ ग्रहण समारोह राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में हुआ था तथा 1,200 से 1,300 अतिथि शरीक हुए थे.
ओमिता ने बताया कि मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में करीब 4,000 लोगों के जुटने की उम्मीद है, जिनके लिए इंतजाम करना हमारे लिए एक बडी चुनौती है और हमें ऐसा करते हुए अच्छा लग रहा है. उन्होंने कल के कार्यक्रम की तैयारियों के बारे में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए यह बात कही. कल शाम 6 बजे मोदी का शपथ ग्रहण समारोह है.
ओमिता ने बताया कि मनोनीत प्रधानमंत्री के परिवार के सदस्यों के कार्यक्रम में शरीक होने के बारे में फिलहाल कोई सूचना नहीं है. ओमिता के मीडिया से बात करने के साथ.. साथ मंच की आखिरी तैयारी भी चल रही थी जहां मोदी और उनके मंत्रिपरिषद को राष्ट्रपति शपथ दिलाएंगे.कैबिनेट के आकार के बारे में पूछे जाने पर ओमिता ने कहा, ‘‘हमें इस बारे में कुछ नहीं बताया गया है कि प्रधानमंत्री के साथ कौन कौन शपथ लेंगे.’’ उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति ने प्रांगण में शपथ ग्रहण समारोह की इजाजत दी है क्योंकि वह हमेशा ही अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी का समर्थन करते हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘यह राष्ट्रपति की कोशिश है कि राष्ट्रपति भवन को जन हितैषी बनाया जाएगा.’’ कल बारिश होने की संभावना का संकेत देने वाले मौसम पूर्वानुमानों पर ओमिता ने कहा कि वह आशा करती हैं कि कार्यक्रम के दौरान बारिश नहीं होगी क्योंकि ऐसा होने पर आयोजन ‘दरबार हॉल’ के अंदर करना होगा जहां 500 लोगों के ही बैठने की व्यवस्था है और अन्य 400 लोग खडे हो सकते हैं. उन्होंने बताया कि प्रांगण तक पैदल नहीं जा सकने वाले लोगों के लिए 12 बग्घी सेवा में लगाई जाएंगी. अतिथियों के प्रांगण स्थित नार्थ कोर्ट, साउथ कोर्ट और सेंट्रल विस्टा में शाम 5 बजे तक बैठ जाने की उम्मीद है.
उन्होंने बताया कि सुरक्षा कारणों को लेकर थैले या मोबाइल फोन आयोजन स्थल के अंदर ले जाने की इजाजत नहीं होगी.ओमिता ने बताया, ‘‘हमने गर्मी के मौसम के लिए पंखे, पानी आदि कुछ इंतजाम किए हैं.’’ उन्होंने हल्के फुल्के अंदाज में कहा, ‘‘सूरज की तपिश का आनंद उठाइए और धूप सेंकिए.’’ वीवीआईपी के आगमन के लिए शाम 5 बजे राष्ट्रपति भवन को जाने वाले सारे रास्ते बंद कर दिए जाएंगे.