नयी दिल्ली:नरेंद्र मोदी सोमवार को भारत के 15वें प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ लेने जा रहे हैं और इस मौके पर राजधानी में भू से नभ तक सुरक्षा के ठीक वैसे ही इंतजामात किये जायेंगे, जैसे गणतंत्र दिवस परेड के मौके पर होते हैं. समारोह में पड़ोसी देशों के शीर्ष नेता और करीब 3000 विशिष्ट अतिथि हिस्सा लेंगे.
दिल्ली पुलिस के अनुसार 26 मई को रायसीना हिल्स के आसपास कई परत वाला सुरक्षा घेरा बनाया जायेगा. समारोह राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में होगा और समारोह के दौरान आसपास के तमाम कार्यालय पांच घंटे के लिए बंद रहेंगे. शपथ ग्रहण शाम 6 बजे होगा. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘राष्ट्रपति भवन के आसपास के कार्यालय दोपहर बाद एक बजे बंद कर दिये जायेंगे, जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियां उनकी जांच करेंगी.
सुरक्षा गणतंत्र दिवस के समान होगी.’ सूत्रों ने बताया कि भारतीय वायु सेना ने क्षेत्र के हवाई क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक हवाई सुरक्षा व्यवस्था की है और अति सुरक्षा वाले इलाके के आसपास तमाम ऊंची इमारतों में स्निपर्स तैनात किये जायेंगे. पुलिस ने बताया कि रायसीना हिल्स की तरफ जाने वाले सभी रास्तों पर सुरक्षा कारणों से अवरोधक लगाये जायेंगे.
आयेंगे ये विदेशी मेहमान
जिन नेताओं ने समारोह में भाग लेने की पुष्टि की है उनमें श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे, अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई, भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे, नेपाल के प्रधानमंत्री सुशील कोइराला और मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन अब्दुल गयूम शामिल हैं. बांग्लादेश के प्रतिनिधि के तौर पर स्पीकर शिरीन चौधरी मौजूदा रहेंगे क्योंकि प्रधानमंत्री शेख हसीना मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के समय जापान की यात्रा पर होंगी.