वाराणसी: नरेन्द्र मोदी की कल इस क्षेत्र में निर्धारित रैली को मंजूरी देने में कथित देरी पर विवाद उत्पन्न हो गया है और भाजपा ने इसमें गडबडी की आशंका व्यक्त करते हुए चुनाव आयोग से चुनाव अधिकारी को हटाने की मांग की है.
वाराणसी में 12 मई को मतदान से जुडी सरगर्मी तेज होने के बीच भाजपा नेता अरुण जेटली ने आज आरोप लगाया कि वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव अधिकारी के रुप में काम करने वाले जिला मजिस्ट्रेट रैली के लिए सुरक्षा मंजूरी देने के संदर्भ में ‘अविश्वसनीय बहाना’ बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि रैली किसी भी उम्मीदवार का अधिकार है. भाजपा ने कहा कि उसने मुख्य चुनाव आयुक्त वी एस संपत को स्थानीय चुनाव अधिकारी के खिलाफ लिखा है और उन्हें हटाये जाने की मांग की है.
गौरतलब है कि मोदी का कल शाम में बेनियाबाग में चुनावी रैली को संबोधित करने का कार्यक्रम है. वह वाराणसी के ग्रामीण इलाके रोहानिया में भी एक रैली को संबोधित करेंगे.अधिकारियों ने कहा कि बेनिया बाग में रैली को इस आधार पर रोका गया कि यह भीडभाड वाला है और रैलियां निकालने के लिए उपयुक्त नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रशासन को आम लोगों से ऐसा आग्रह मिला था कि सुरक्षा खतरों के मद्देनजर ऐसे क्षेत्रों में रैली की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए.