इंदौर(उज्जैन) : मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले में पटाखा कारखाने में कल भीषण आग लगने से बुरी तरह झुलसे दो मजूदरों ने इंदौर के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान आज दम तोड दिया.
इससे इस अग्निकांड में मरने वालों की संख्या 17 पर पहुंच गयी. आठ महिलायें चार पुरुष एवं तीन बच्चों की घटना स्थल पर ही मृत्यु हो गई थी. अस्पताल सूत्रों ने बताया कि डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद राबिया (45) और अंकित (19) की जान नहीं बचायी जा सकी. इन दोनों को कल करीब 90 प्रतिशत जली हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था.प्रशासन ने यहां से करीब 110 किलोमीटर दूर बडनगर कस्बे के पटाखा कारखाने में अग्निकांड से मरने वालों के आश्रितों को डेढ लाख रुपये और इस घटना में घायल लोगों को 50 हजार रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है.
इस बीच, बडनगर पुलिस थाने के प्रभारी राकेश कुमार नैन ने फोन पर बताया कि पटाखा कारखाने के मालिक यूसुफ हुसैन (32) और इस इकाई के सुपरवाइजर शब्बीर हुसैन (28) को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि दोनों आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या), धारा 286 (विस्फोटक पदार्थ के संबंध में उपेक्षापूर्ण आचरण) और अन्य सम्बद्ध धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
नैन ने मामले की शुरुआती जांच के हवाले से बताया, ‘पहली नजर में लगता है कि पटाखा कारखाने में एकाएक किसी घर्षण के कारण चिंगारी फूट पडी. नतीजतन पटाखों और बारुद के ढेर ने आग पकड ली और जोरदार धमाके शुरु हो गये. तेज गर्मी के कारण अग्निकांड ने चंद पलों के भीतर भीषण शक्ल अख्तियार कर ली.’ उन्होंने बताया कि पुलिस का बम निरोधक दस्ता और अपराध विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) उन इकाइयों में शामिल हैं, जिन्होंने घटनास्थल पर पहुंचकर विस्तृत जांच शुरु कर दी है.