मुंबई: शिवसेना के मराठी दैनिक समाचारपत्र सामना में एक संपादकीय में गुजराती समुदाय की आलोचना के एक दिन बाद पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मराठी और गुजराती लोगों के बीच ‘‘संबंधों को कायम’’ रखने की आज यहां अपील जारी की.
उद्धव ने यहां जारी एक बयान में कहा कि केंद्र में एक मजबूत सरकार के लिए राज्य के लोग एकजुट होकर अपने मताधिकार का इस्तेमाल करते रहे हैं. मराठी और गुजराती वक्ताओं, खासकर वे जो अपने को हिन्दुत्व विचारधारा का पक्का समर्थन मानते हैं, ने चमत्कार किया है.
उन्होंने बयान में कहा कि कई लोगों को उन्हें एकजुट होकर काम करते देखकर काफी परेशानी होती है. दिवंगत शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे कहा करते थे कि अगर मुंबई में मराठी और गुजराती वक्ता एक साथ हो जाएं तो वे देश में चमत्कार कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनावों के बाद ये चमत्कार दिखेंगे.
उद्धव ने कहा, ‘‘ मराठी और गुजराती वक्ताओं की एकजुटता नहीं टूटेगी. इस भय से उनका क्या होगा, कुछ लोग इस मधुर संबंध में घृणा का बीज बो रहे हैं. हम उनके प्रति सजग रहेंगे और इस एकजुटता को कायम रखेंगे.’’ उन्होंने दोनों समुदायों से लोकसभा एवं विधानसभा चुनावों के दौरान भगवा झंडा फहराने के लिए प्रयास करना चाहिए.