नयी दिल्ली : कांग्रेस तीसरे मोर्चे को समर्थन से किनारा कर दिया है. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने साफ किया है कि पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी तीसरे मोर्चे या फेडरल फ्रंट को समर्थन देने की बजाय विपक्ष में बैठना पसंद करेंगे. एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के अनुसार, कांग्रेस नेता ने बताया कि पहले भी ऐसे गठबंधनों की सरकार बनी है जो सफल नहीं हो सकी.
सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी चुनाव के बाद कांग्रेस में संगठनात्मक बदलाव करने वाले हैं. राहुल गांधी की प्राथमिकता संगठन को मजबूत करना है. खासकर उन राज्यों में जहां पर कांग्रेस कमजोर है. लोकसभा चुनाव में सिर्फ दो चरण के मतदान बाकी हैं.