चंदरपुर : महाराष्ट्र के चंदरपुर जिले में एक अस्पताल का उद्घाटन करने गये केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर को डॉक्टरों के छुट्टी पर चले जाने की वजह से गुस्सा आ गया. उन्होंने कहा कि अगर डॉक्टर लोकतंत्र में विश्वास नहीं करते हैं, तो उन्हें नक्सलियों के साथ जुड़ जाना चाहिए और हम उनको गोलियों से जवाब देंगे.
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अहीर ने कहा कि मैं लोकतांत्रिक तरीके से चुना गया मंत्री हूं. यह जानते हुए भी मैं आ रहा हूं, वे क्यों छुट्टी पर चले गये. यदि वे लोकतंत्र में विश्वास नहीं करते हैं, तो उन्हें नक्सलियों के साथ जुड़ जाना चाहिए. हम उन्हें गोलियों से जवाब देंगे.
I am a democratically elected minister, despite knowing that I am coming here why did the doctor go on leave? If they don't believe in democracy then they should join Naxals, we will put bullets in them: Hansraj Ahir,MoS Home at a hospital inauguration in Maharashtra's Chandrapur pic.twitter.com/xmGytpw1D0
— ANI (@ANI) December 25, 2017
मंत्री के इस बयान की सोशल मीडिया में कड़ी आलोचना हो रही है. एक यूजर ने ट्वीट कर कहा कि छुट्टी लेना लोकतांत्रिक है. वहीं, एक यूजर ने कहा कि डॉक्टरों पर ही सवाल उठाये. उन्होंने कहा कि डॉक्टर सरकारी खर्चे पर पढ़ते हैं और निजी प्रैक्टिस करते हैं. सरकार इसे अवैध जानते हुए भी उन्हें अनुमति देती है. डॉक्टरों को अच्छा वेतना मिलता है, लेकिन गांवों में वे काम नहीं करना चाहते हैं.
केंद्रीय मंत्री हंसराज अहीर का यह कोर्इ इकलौता विवादित बयान नहीं है. इससे पहले भी वे अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहे हैं. इससे पहले हंसराज अहीर ने कहा था कि पाकिस्तान के अलावा भारत का ‘तथाकथित दोस्त’ बांग्लादेश भी देश की सुरक्षा के लिए खतरा है.
एसोचैम द्वारा आयोजित आंतरिक सुरक्षा पर एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि बांग्लादेश महज तथाकथित दोस्त है, क्योंकि साफ तौर पर उसने घुसपैठ के जरिये भारत को बहुत नुकसान पहुंचाया है.