नयी दिल्ली : पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के खिलाफ की गयी कथित टिप्पणी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से माफी मांगने की मांग पर बुधवार को लोकसभा में कांग्रेस सदस्यों ने नारेबाजी की और उनकी सत्तापक्ष के कुछ सदस्यों से नोंकझोंक भी देखने को मिली. सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री से माफी की मांग की, तो दूसरी तरफ संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने मांग को खारिज करते हुए कहा कि विपक्षी पार्टी बेवजह सदन की कार्यवाही बाधित कर रही है. बाद में कांग्रेस ने सदन से वाकआउट कर दिया. उक्त मुद्दे पर ही हंगामे के कारण सुबह से लोकसभा की कार्यवाही दो बार स्थगित होने के बाद जब दो बजे पुन: शुरू हुई तो कांग्रेस के सदस्यों ने फिर से हंगामा शुरू कर दिया.
कांग्रेस के नेता खडगे ने मनमोहन सिंह के खिलाफ की गयी कथित टिप्पणी के संदर्भ में बोलने का प्रयास किया तो लोकसभा उपाध्यक्ष एम थंबी दुरई ने स्थावर संपत्ति अधिग्रहण एवं अर्जन (संशोधन) विधेयक पर चर्चा को आगे बढ़ाया. इसके बाद सुष्मिता देव, गौरव गोगोई, रंजीत रंजन और सुनील जाखड़ सहित कांग्रेस के कई सदस्यों ने आसन के निकट पहुंचकर नारेबाजी शुरू कर दी. कांग्रेस सांसद अपने नेता खड़गे को बोलने की अनुमति देने की मांग भी कर रहे थे. बाद में उपाध्यक्ष ने खड़गे को बोलने की अनुमति दी. खडगे ने कहा कि इस सदन में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के खिलाफ टिप्पणी की गयी है जो इस सदन के सदस्य नहीं हैं. उन्होंने कहा कि हमने सुबह की गयी इस टिप्पणी को कार्यवाही से हटाने की मांग अध्यक्ष सुमित्रा महाजन से की थी और उन्होंने तत्काल इसे एक्सपंज करने की बात कही थी, लेकिन इस टिप्पणी का प्रसारण कई जगह पर देखा गया है. कांग्रेस नेता ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री (मनमोहन) के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की गई है. हम चाहते हैं कि सरकार इस पर माफी मांगे.
उन्होंने कहा, एक सदस्य ने पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ टिप्पणी की जो इस सदन के सदस्य नहीं है. ऐसे में इस टिप्पणी को सदन की कार्यवाही से निकाल देना चाहिए. उपाध्यक्ष थंबी दुरई ने कहा कि वह इस मुद्दे पर विचार करेंगे. इससे पहले कांग्रेस की मांग पर संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है. वह सदन की कार्यवाही को बाधित कर रही है. उपाध्यक्ष महोदय से मेरा आग्रह है कि कार्यवाही को आगे बढ़ायें. उन्होंने कहा कि मेरा कांग्रेस के मित्रों से आग्रह है कि वे कार्यवाही में भाग लें. सदन में अधिकांश सदस्य कार्यवाही चलाने के पक्ष में हैं और केवल कांग्रेस पार्टी बाधा डाल रही है. बाद में लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन आसन पर थीं. उन्होंने स्थावर संपत्ति अधिग्रहण एवं अर्जन (संशोधन) विधेयक पर चर्चा कराना जारी रखा. इस बीच कांग्रेस के सदस्यों ने सदन से वाकआउट किया.