नयी दिल्ली: राकांपा प्रमुख शरद पवार ने आज कहा कि विभिन्न वर्गो के बीच ‘‘असंतोष’’ को दूर करने की आवश्यकता है. उनका मानना है कि माओवादी हिंसा के फैलने के लिए यह असंतोष ही जिम्मेदार है.
पवार ने राष्ट्रवादी युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय सम्मेलन में यहां कहा, ‘‘छत्तीसगढ़ में जो हुआ, जिसमें कांग्रेस नेता मारे गये, हम उसकी भर्त्सना करते हैं. यह देश की प्रगति के लिए सही पथ नहीं है. युवाओं के समक्ष एक गलत विचारधारा पेश की जा रही है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हाथों में हथियार होने से देश का भला नहीं हो सकता. यह कहना व्यर्थ है कि इससे गरीबों का भला होगा. ’’ वरिष्ठ राकांपा नेता ने सुझाव दिया, ‘‘आर्थिक असमानता एक कारण है जिससे आदिवासियों एवं अन्य वर्गों के बीच असंतोष बढ़ा तथा नक्सलवाद का विकास हुआ.’’
पवार ने कहा, ‘‘इस इस बात की अनदेखी नहीं कर सकते कि नक्सलवाद का प्रसार कैसे हुआ..एक तरफ तो हम देखते हैं कि दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों में लोग कुछ ही घंटों में करोड़ों रुपये फूंक देते हैं. दूसरी तरफ जंगलों में रहने वाले बच्चों के लिए दो जून की रोटी भी निश्चित नहीं होती.’’ उन्होंने कहा, ‘‘किसी न किसी दिन वह दूसरा रास्ता पकड़ सकता है. इसे समझने की आवश्यकता है. यह केवल कानून एवं व्यवस्था की समस्या नहीं है.’’ पवार ने कहा कि जब तक आदिवासी एवं अन्य सभी वर्ग देश के विकास में भागीदारी महसूस नहीं करते, नक्सलवाद उनका इस्तेमाल करता रहेगा. उन्होंने हर क्षेत्र में सड़कों, अस्पतालों एवं शिक्षा सहित आधारभूत सुविधाओं के विकास की वकालत की.