नयी दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र यानी एनसीआर में बुधवार की सुबह भी स्मॉग की चादर में लिपटी नजर आयी. कुछ ऐसे भी जगह थे जहां मंगलवार से भी ज्यादा स्मॉग देखने को मिला जिसके कारण सुबह दफ्तर जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. जानकारों की मानें तो यदि हवा का बहाव बहुत तेज नहीं हुआ तो दिल्ली को कम से कम तीन दिनों तक इस भीषण प्रदूषण की मार झेलनी पड़ेगी. बड़ी मात्रा में धूल, ह्यूमिडिटी ज्यादा होने और हवा का बहाव बेहद कम होने के कारण एयर क्वॉलिटी खराब हो चुकी है. जानकारों के अनुसार इससे अस्थमा और हार्ट पेशेंट्स में सांस की तकलीफ लोगों को बढ़ सकती है.
दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने स्मॉग के हालात को देखते हुए दिल्ली के सभी प्राइमरी स्कूलों को बुधवार को बंद रखने का आदेश दिया है. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री सीएम मनीष सिसोदिया ने जानकारी दी कि अगर जरूरी हुआ तो स्कूलों को बुधवार के बाद भी बंद रखा जा सकता है. यहां उल्लेख कर दें कि इस सीजन का सबसे ज्यादा वायु प्रदूषण मंगलवार को दर्ज किया गया था.
नैशनल ग्रीन ट्राइब्यूनल ने कहा है कि दिल्ली में इमर्जेंसी जैसी स्थिति उत्पन्न हो गयी है. एनजीटी ने उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली सरकार को निर्देश दिया है कि वे वायु प्रदूषण को रोकने के लिए उठाये गये कदमों की जानकारी उपलब्ध करायें. ट्राइब्यूनल ने इन राज्यों को 9 नवंबर तक ऐक्शन टेकन रिपोर्ट जमा करने का आदेश दिया है. यही नहीं एनजीटी ने दिल्ली सरकार, दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति, दिल्ली के तीनों नगर निगमों और पुलिस को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि किसी भी बाजार में प्लास्टिक के थैलों का उपयोग न हो.