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राजनाथ का दावा, हर हाल में मोदी ही प्रधानमंत्री

नयी दिल्‍ली : भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने आज स्पष्ट किया कि नई लोकसभा में चाहे संख्या बल कुछ भी हो, अगर केंद्र में राजग सरकार बनी तब केवल नरेन्द्र मोदी ही प्रधानमंत्री बनेंगे. चार्टर्ड विमान पर प्रेट्र को दिये गए साक्षात्कार में राजनाथ ने कहा, किसी भी परिस्थिति में मोदी राजग सरकार में प्रधानमंत्री […]

नयी दिल्‍ली : भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने आज स्पष्ट किया कि नई लोकसभा में चाहे संख्या बल कुछ भी हो, अगर केंद्र में राजग सरकार बनी तब केवल नरेन्द्र मोदी ही प्रधानमंत्री बनेंगे. चार्टर्ड विमान पर प्रेट्र को दिये गए साक्षात्कार में राजनाथ ने कहा, किसी भी परिस्थिति में मोदी राजग सरकार में प्रधानमंत्री बनेंगे.

भाजपा नेता का यह बयान उस सवाल के जवाब में आया जिसमें उनसे पूछा गया था कि अगर राजग बहुमत से पीछे रह गई और नये सहयोगियों ने मोदी से इतर दूसरे नेता पर जोर दिया तब पार्टी का क्या रुख होगा. भाजपा अध्यक्ष ने कहा, देश केवल कानून के आधार पर ही नहीं बल्कि ऐसे नेता से चलता है जिनका नैतिक बल होता है. केवल वही व्यक्ति जिसे प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार या मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रुप में पेश किया जाता है, उसके पास ही वह नैतिक बल होता है.

उन्होंने मोदी के गोल टोपी (स्कल कैप) पहनने से इंकार करने से जुडे विषय को गैर जरुरी विवाद बताकर खारिज कर दिया. राजनाथ ने कहा, यह गैर जरुरी विषय को राजनीतिक प्रतिद्वन्द्वियों द्वारा अनावश्यक रुप से तूल देने का प्रयास है. मैं धोती कुर्ता पहनता हूं, वह (मोदी) कुर्ता पायजामा पहनते हैं, आप शर्ट पैंट पहनते हैं. क्या यह कोई मुद्दा है ? वे (प्रतिद्वन्द्वी) देश का साम्प्रदायिकरण करना चाहते हैं. उन्होंने भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार द्वारा किसी भी विशेष समुदाय से वोट मांगने की अपील करने से इंकार करने के बयान का समर्थन किया.

भाजपा अध्यक्ष ने कहा, किसी भी जाति, धर्म या सम्प्रदाय से किसी विशेष रुप में वोट के लिए अपील नहीं की जानी चाहिए. प्रत्येक व्यक्ति को अपने मताधिकार का उपयोग करने की स्वतंत्रता है और यह स्वतंत्र रुप से होना चाहिए. हम समाज के सभी वर्ग के लोगों से बिना किसी भेदभाव के अपील करते हैं.

मुसलमानों की चिंताओं के बारे में एक सवाल के जवाब में सिंह ने कहा, हम धीरे धीरे आशंकाओं को दूर कर रहे हैं… बातचीत के जरिये यह भय दूर होगा. यह पूछे जाने पर कि क्या मोदी मुस्लिम नेताओं के साथ बातचीत करेंगे, भाजपा अध्यक्ष ने केवल इतना कहा, बातचीत चलती रहती है. मोदीजी भी उनसे बातचीत करते हैं. आपने देखा होगा कि मुसलमान अब मोदी का समर्थन कर रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि समुदाय के लोग (मुस्लिम) अब गुजरात में अधिक सुरक्षित महसूस करते हैं और उनकी प्रति व्यक्ति आय देश में अन्य इलाकों से बेहतर हुई है.

राजनाथ ने कहा, धीरे धीरे मुसलमानों तक यह संदेश पहुंच रहा है कि यह कांग्रेस और अन्य तथाकथित धर्मनिरपेक्ष दलों का सुनियोजित दुष्प्रचार था. वे मोदी और भाजपा के करीब आना जारी रखेंगे और भय की भ्रांति समाप्त होगी. यह पूछे जाने पर कि क्या मोदी को साल 2002 के दंगों पर माफी मांगना चाहिए, राजनाथ ने सवाल किया, ह्यह्यअधिकांश दंगे कांग्रेस के शासनकाल में हुए। क्या उन्होंने माफी मांगा ?

जब उनसे यह पूछा गया कि क्या कांग्रेस को पहले माफी मांगना चाहिए, इसके बाद मोदी माफी मांगेंगे, उन्होंने कहा, मैं ऐसा नहीं कह रहा हूं. अगर मोदी ने कोई गलती की होती, अगर उन्होंने दंगा रोकने के लिए प्रयास नहीं किया होता, तब वह माफी मांग सकते थे.

राजनाथ ने कहा, लेकिन मुख्यमंत्री के तौर पर उन्होंने दंगों को रोकने के लिए अधिकतम प्रयास किया, पूरी कोशिश की. उन्होंने कभी भी जांच को बाधित करने का प्रयास नहीं किया. तब फिर अभी भी माफी की मांग क्यों ? यह कांग्रेस की बदले की भावना वाली राजनीति है. मोदी को सबसे अधिक ह्यपरेशान किये जाने वालाह्ण राजनीतिक बताते हुए राजनाथ ने कहा कि कांग्रेस मोदी पर निशाना साध रही है क्योंकि वह उनकी लोकप्रियता से हताश है.

राजनाथ सिंह प्रतिदिन औसतन तीन से चार रैलियों को संबोधित कर रहे हैं. उनसे पूछा गया था कि क्या मोदी अधिक स्वीकार्य होते अगर 2002 के दंगे नहीं हुए होते. उन्होंने कहा, मोदी की स्वीकार्यता अभी भी है और यह बढ रही है. किसी भी जाति या धर्म से कोई भी उनसे नाखुश नहीं है. लोग समझते हैं कि कांग्रेस ने हमेशा साम्प्रदायिक कार्ड खेला है.

मोदी के आलोचकों को आडे हाथों लेते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा, 2002 के दंगों पर उन्होंने (मोदी) इतने अधिक राजनीति हमलों का सामना किया, राजनीति से प्रेरित आरोपों का… और यह उच्चतम न्यायालय से नियुक्त जांच में क्लीनचिट मिलने के बाद भी. यह पूछे जाने पर कि क्या इससे मोदी को नुकसान हुआ या फायदा, उन्होंने कहा कि इससे वह गुजरात के विकास के लिए काम करने से हतोत्साहित नहीं हुए.

यह पूछे जाने पर कि क्या 2002 का दंगा मोदी और भाजपा के लिए कमजोर कडी है, राजनाथ ने कहा, कांग्रेस इस विषय को सुशासन और विकास के मुद्दे से ध्यान बांटने के लिए इसे उठा रही है. ये इन मुद्दों से दूर होना चाहते हैं. मोदी का कद पार्टी से बडा होने की बात उठने के बारे में पूछे जाने पर पार्टी अध्यक्ष ने कहा, भाजपा में प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित करने की परंपरा है. इसलिए हम मोदीजी को रेखांकित कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इससे पूर्व में अटलजी अभियान में छाये रहे थे और बाद में लाल कृष्ण आडवाणी के साथ ऐसा ही था.

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए राजनाथ ने कहा कि उसने देश पर 55 वर्षों तक शासन किया लेकिन सामाजिक और साम्प्रदायिक सौहार्द कायम करने में विफल रही. भाजपा नेता ने कहा, हम ऐसा करना चाहते हैं. हम सामाजिक समरसता और सांप्रदायिक सौहार्द कायम करना चाहते हैं ताकि हम पूरे समाज को साथ लेकर चल सकें.

राजग सरकार बनने पर सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा को जेल भेजने संबंधी उमा भारती के बयान के बारे में पूछे जाने पर भाजपा अध्यक्ष ने कहा, यह केवल राबर्ट वाड्रा का सवाल नहीं है, जिसके खिलाफ भी मामलें होंगे, उसकी जांच होगी और न्यायपालिका जो जरुरी समझेगी, वह करेगी. भाजपा बदले की भावना से काम नहीं करेगी. कानून अपना काम करेगा.

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