मुम्बई: शक्ति मिल सामूहिक बलात्कार कांड के तीन मुजरिमों की मौत की पुष्टि के लिये महाराष्ट्र सरकार ने बम्बई उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है. तीनों मुजरिमों को एक अन्य सामूहिक बलात्कार कांड में भी सजा सुनाई जा चुकी है. कानूनी प्रावधानों के तहत, निचली अदालत द्वारा किसी अपराध में मौत की सजा सुनाये जाने पर उच्च न्यायालय को पुष्टि करनी होती है.
राज्य साकार ने यह याचिका 15 अप्रैल को दायर की और यह उपयुक्त समय पर सुनवाई के लिए आयेगा. दोषियों ने अभी इस मामले में सजा के खिलाफ अपील दायर नहीं की है.इस वर्ष चार अप्रैल को सत्र अदालत ने विजय जाधव (19 वर्ष), मोहम्मद कासिम बंगाली (21 वर्ष), मोहम्मद सलीम अंसारी (28 वर्ष) और सिराज खान को 22 अगस्त 2013 को मध्य मुम्बई में शक्ति मिल परिसर में एक फोटो पत्रकार से बलात्कार करने का दोषी ठहराया था.
सिराज को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी वहीं तीन अन्य को भारतीय दंड संहिता की धारा 376 :ई: के तहत मौत की सजा सुनाई गई. जाधव, बंगाली और अंसारी को पहले भी इसी परिसर में जुलाई 2013 को एक अन्य लडकी से सामूहिक बलात्कार करने के लिए दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी.