मुंबई : ठाणे पुलिस ने जबरन वसूली के मामले में भगोड़े अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर, गैंगस्टर छोटा शकील और तीन अन्य लोगों के खिलाफ महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण कानून (मकोका) लगाया है. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि एक बिल्डर की शिकायत पर ठाणे के कासरवाडावली थाने में दर्ज जबरन वसूली के मामले में कासकर और अन्य के खिलाफ मकोका लगाया गया है. मकोका लगने के बाद आरोपी को जमानत नहीं मिल सकती.
इस मामले में पुलिस कासकर और उसके दो साथियों अली जमाल अली सैयद और मुमताज शेख को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. पूछताछ के दौरान इसका खुलासा हुआ कि दाऊद का करीबी छोटा शकील भी जबरन वसूली के इस गिरोह में कथित तौर पर शामिल था. अधिकारी ने कहा कि शकील ने कुछ बिल्डरों और कारोबारियों को दाऊद की तरफ से कथित तौर पर धमकी दी और पैसे वसूलने का प्रयास किया.
मामले की जांच के दौरान जबरन वसूली विरोध प्रकोष्ठ (एईसी) के अधिकारियों ने बोरीवली में मटका (जुआ) किंग और कारोबारी पंकज गांगर को गिरफ्तार किया. उस पर आरोप है कि वह हर महीने 10 से 15 लाख रुपये हवाला के जरिये शकील को भेजा करता था. जांच की शुरुआत से ही ठाणे पुलिस इस पहलू पर गौर कर रही थी कि क्या इस मामले में मकोका लाया जा सकता है. एक अधिकारी ने कहा कि इस मामले में शकील की भूमिका स्थापित हो चुकी है, ऐसे में उसके खिलाफ सख्त कानून के तहत कार्रवाई आसान हो गयी थी.
ठाणे पुलिस ने इस संदर्भ में मुंबई पुलिस से आग्रह किया था कि शकील के खिलाफ 10 साल पहले दर्ज मामलों के विवरण उपलब्ध कराया जाये. मुबई पुलिस ने उन मामलों का ब्योरा प्रदान किया जिनमें शकील के खिलाफ सत्र अदालत में आरोप पत्र दायर किया जा चुका है.