संभल : बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने आज भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर केंद्र में अपने शासनकाल के दौरान संविधान संशोधन के जरिये नौकरी तथा शिक्षा में आरक्षण खत्म करने की कोशिश का आरोप लगाते हुए आगाह किया कि अगर भाजपा सत्ता में आयी तो वह दोबारा ऐसा प्रयास कर सकती है.
मायावती ने सम्भल लोकसभा क्षेत्र के बिलारी में बसपा प्रत्याशी के समर्थन में आयोजित चुनावी जनसभा में दावा किया कि भाजपा ने केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के कार्यकाल में बाबा साहब डाक्टर भीमराव अंबेडकर द्वारा बनाये गये संविधान की समीक्षा करने तथा उसके जरिये नौकरी तथा शिक्षा में आरक्षण खत्म करने की कोशिश की थी.
उन्होंने कहा कि अगर भाजपा दोबारा सत्ता में आ गयी तो वह आरक्षण खत्म करने के लिए संविधान की समीक्षा के वास्ते आयोग गठित कर सकती है. लिहाजा दलितों तथा पिछडों के व्यापक हित में जरुरी है कि केंद्र में भाजपा की सरकार अब ना बने.
मायावती ने मुसलमानों से एक बार फिर अपील की कि वे अपना वोट बंटने ना दें, क्योंकि अगर उनके मतों का विभाजन हुआ तो भाजपा को सत्ता में आने से कोई नहीं रोक सकेगा. अगर नरेन्द्र मोदी गलती से देश के प्रधानमंत्री बन गये तो मुल्क किसी भी वक्त साम्प्रदायिक दंगों की चपेट में आकर बरबाद हो सकता है.
बसपा प्रमुख ने कहा कि कुछ पार्टियां चुनाव से पहले घोषणापत्र जारी करके लुभावने वादे करते हैं. लोगों को उनके बहकावे में नहीं आना चाहिए. बसपा घोषणापत्र जारी नहीं करती क्यांेकि वह कहने में नहीं बल्कि करने में विश्वास रखती है.