बेंगलूर : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) को आज उस समय विफलता हाथ लगी, जब नौवहन उपग्रह IRNSS-1H का प्रक्षेपण रहा विफल रहा. IRNSS-1H नौवहन उपग्रह को IRNSS-1A की जगह लेना था. जिसकी तीन रुबीडियम परमाणु घडियों (एटॉमिक क्लॉक) ने काम करना बंद कर दिया था. IRNSS-1A ‘नाविक’ श्रृंखला के सात उपग्रहों में शामिल था.
विफलता के बाद इसरो प्रमुख किरण कुमार ने कहा कि भारत के नौवहन उपग्रह को प्रक्षेपित करने का अंतरिक्ष मिशन विफल हो गया. इसरो प्रमुख ने कहा, हमारे मिशन में समस्या आ गयी. हम विस्तृत विश्लेषण करेंगे. IRNSS-1H को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के दूसरे लॉंच पैड से शाम सात बजे प्रक्षेपण किया गया था. 1,400 किलोग्राम से ज्यादा वजन के IRNSS-1H का निर्माण इसरो के साथ मिलकर छह छोटी-मझौली कंपनियों ने किया था. भारतीय क्षेत्रीय नौवहन उपग्रह प्रणाली (IRNSS) एक स्वतंत्र क्षेत्रीय नौवहन उपग्रह प्रणाली है, जिसे भारत ने अमेरिका के जीपीएस की तर्ज पर विकसित किया है.