नयी दिल्ली : जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी के छोटे भाई सैयद याहिया बुखारी ने आज अपने बडे भाई के कांग्रेस को समर्थन करने के फैसले का विरोध किया और पार्टी पर मुस्लिमों की पीठ पर वार करने का आरोप लगाया. याहिया ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘10-12 साल पहले मुस्लिमों के खिलाफ गुजरात में नरेंद्र मोदी की सरकार में क्या हुआ, मुस्लिमों को जिस तरह से मारा गया, सब जानते हैं.
लेकिन कांग्रेस इससे 10 गुना आगे है. कांग्रेस ने अन्य किसी पार्टी से ज्यादा मुस्लिमों को मारा है.’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘मैं दोहराना चाहूंगा कि भाजपा ने हमेशा मुस्लिमों पर सामने से हमला किया है लेकिन कांग्रेस ने हमेशा पीठ पर वार किया है. मेरे पिता भी यही बात कहा करते थे.’’ कांग्रेस को समर्थन देने के शाही इमाम के एलान पर उन्होंने कहा, ‘‘मैं पहले कह चुका हूं कि मैं इसका विरोध करता हूं और इसकी निंदा करता हूं.’’ याहिया ने कहा, ‘‘मैं नेता नहीं हूं इसलिए अपील जारी नहीं करंगा लेकिन अनुरोध करंगा और उनके सामने कांग्रेस पर अपनी राय व्यक्त करंगा. सबसे पहली बात तो कांग्रेस दावा करती है कि उसने मुस्लिमों के लिए बहुत कुछ किया है लेकिन यह साबित हो गया है कि पिछले 10 साल में उसने क्या किया. मुझे एक मिसाल दीजिए कि मुस्लिमों को किस तरह का संरक्षण दिया गया.’’
याहिया ने मंगलवार को अपने बडे भाई और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की मुलाकात पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘‘बंद कमरे में हुई बैठक में यह फैसला क्यों लिया गया? यह संवाददाता सम्मेलन शाही इमाम ने क्यों बुलाया और उन्होंने सोनिया गांधी के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन क्यों नहीं किया?’’ उन्होंने कहा कि 2004 में शाही इमाम ने अटल बिहारी वाजपेयी की अगुवाई वाली भाजपा को समर्थन दिया था और उत्तर प्रदेश में 2012 के विधानसभा चुनाव में मुलायम सिंह यादव की सपा को समर्थन जताया था.
याहिया बुखारी ने कहा, ‘‘लेकिन अगर कोई उनके वायदे पूरे नहीं कर सकता तो इस बात की क्या संभावना है कि सोनिया गांधी वायदों को पूरा करेंगी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘आज के समय में मुझे एक नेता का नाम बताएं जिस पर भरोसा किया जा सकता है. अगर कल नरेंद्र मोदी इस तरह का आश्वासन देंगे तो क्या आप उन्हें समर्थन देंगे? भाजपा और कांग्रेस दोनों हत्यारी हैं और आपने एक हत्यारे को समर्थन देने का फैसला किया है.’’