नयी दिल्ली: अतिविशिष्ट हेलीकॉप्टरों की खरीद संबंधित कथित घोटाले के मामले में उस वक्त बडा घटनाक्रम देखने को मिला जब एक प्रमुख बिचौलिए और अभियोजन पक्ष के बीच समझौता हो गया जिससे मामले की सुनवाई तेजी से होने में मदद मिलेगी.
गुइदो हासके और इतालवी अभियोजकों के बीच समझौते के तहत यह कथित बिचौलिए को अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार के लिए एक साल और 10 महीने के लिए नजरबंद रहने अथवा सामुदायिक सेवा करने की सजा मिलेगी. मिलान की अदालत में आगामी 11 अप्रैल को न्यायाधीश इस समझौते को अनुमोदित कर सकता है.
इतालवी कानून के अनुसार इस समझौते का मतलब यह नहीं होता कि किसी आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है.अगस्ता वेस्टलैंड नामक कंपनी के साथा भारत सरकार ने हेलीकॉप्टर खरीद के लिए 3600 करोड रुपये का करार किया था. कथित घोटाले के सामने आने के बाद इस सौदे को रद्द कर दिया गया.